चने की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित होती है इसकी खेती में दानों का उत्पादन बढ़ाने के लिए ये देसी जुगाड़ बेहद लाभकारी है तो चलिए जानते है चने की फसल में पैदावार को कैसे बड़ा सकते है।
तगड़ा जुगाड़ जो दोगुनी कर देगा चने की पैदावार
चने की खेती बहुत लाभकारी होती है चने की डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा अधिक मात्रा में होती है ज्यादा तर किसान चने की बुवाई कर चुके है ऐसे में आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे की चने की पैदावार को कैसे बढ़ाया जा सकता है। चने की बुवाई के बाद खेत को खरपतवार से मुक्त रखना चाहिए और फली छेदक कीट का सही प्रबंधन करना चाहिए। कीट रोग से फसल को सुरक्षित रखने के लिए देसी जैविक कीटनाशक का उपयोग करना चाहिए। जैविक कीटनाशक से उत्पादन भी बंपर होता है। जैविक कीटनाशक को बनाने के लिए गाय का गोमूत्र, नीम की पत्तियों या निम्बोलियों का पेस्ट, गोबर की खाद, कम्पोस्ट खाद को 5 से 10 लीटर पानी में मिलकर 4 से 6 दिनों के लिए छोड़ दें। फिर इसका उपयोग चने की फसल में करें। ऐसा करने से उत्पादन बहुत जबरदस्त होता है और फसल में कीड़े रोग नहीं लगते है।
चने की खेती
चने की खेती के लिए जल निकास वाली हल्की दोमट या दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। अच्छे उत्पादन के लिए मिट्टी का PH मान 5.5 से 7 के बीच होना चाहिए। चने की बुवाई के लिए उन्नत किस्म के बीजों का चुनाव करना चाहिए। इसके बीज आपको बाजार में आसानी से मिल जाएंगे। चने की खेती के लिए पंक्तियों के बीच की दूरी 30 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए। इसकी खेती में पहली सिंचाई 40 से 50 दिनों बाद और दूसरी सिंचाई फलियां आने पर करनी चाहिए। जब पौधे करीब एक महीने के होते है तब पौधों की पत्तियों और कल्लों को तोड़ देना चाहिए जिससे पौधों की शाखाएं और अधिक विकसित होती है और उसमें फल भारी मात्रा में लगते है।
कितनी होगी कमाई
चने की खेती से बहुत जबरदस्त ताबड़तोड़ कमाई होतो है क्योकि चने की खेती में दानों के साथ साग भी बाजार में बहुत डिमांडिंग होता है। एक एकड़ में चने की खेती करने से करीब 15 से 18 क्विंटल से ज्यादा की पैदावार हो सकती है। आप इसकी खेती से 1.5 से 2 लाख रूपए की कमाई कर सकते है। चने की खेती बहुत ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है।