गेंहू-चावल छोड़कर करें इस फसल की खेती, छप्परफाड़ कर होगा तगता मुनाफा, उत्पादन भी होगा बंपर, जाने फसल का नाम
गेंहू-चावल छोड़कर करें इस फसल की खेती
आज के समय में किसानों को गेहूं चावल की खेती से कुछ खास मुनाफा नहीं होता है और उसमे मेहनत भी बहुत अधिक लगती है लेकिन इस फसल की खेती से आप बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते है ये फसल की खेती बहुत ही फायदे की होती है इस फसल की खेती करने से उत्पादन भी बहुत तगड़ा होता है। हम बात कर रहे है काली हल्दी की खेती की काली हल्दी पीली हल्दी से बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है। इसकी खेती से करने से उत्पादन और कमाई भी बहुत अच्छी होती है।
काली हल्दी की खेती
काली हल्दी की खेती की बुवाई का उचित समय जून-अगस्त के बीच तक होता है। काली हल्दी की खेती के लिए जलवायु उष्ण अच्छी रहती है काली हल्दी की खेती के लिए 15 से 30 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान उचित होता है। काली हल्दी की खेती करने के लिए भुरभुरी दोमट मिट्टी, मध्यम भूमि जिसकी जल धारण क्षमता अच्छी रहती है। एक हेक्टेयर में काली हल्दी के करीब 2 क्विंटल बीज लग जाते है। एक एकड़ के खेत में काली हल्दी का करीब 12-15 क्विंटल तक का उत्पादन होता है।
लाखों में होगा मुनाफा
काली हल्दी की खेती करने से आपको बहुत तगड़ा मुनाफा देखने को मिलता है। काली हल्दी की खेती से बहुत ज्यादा मात्रा में फायदा होता है अगर आप काली हल्दी की खेती करते है तो आपको कम से कम 10 से 12 लाख रूपए तक का शानदार मुनाफा होगा क्योकि ये हल्दी बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है और इसकी बाजार में भी बहुत ज्यादा डिमांड रहती है इसलिए ये बिकती भी अच्छी खासी कीमत में है।
काली हल्दी के फायदे
काली हल्दी सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है इसमें कई पोषक तत्व होते है जो सेहत को तंदुरस्त रखते है इसमें पोषक तत्वों के गुण बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद होते है जो सेहत को कई रोगों से बचाते है काली हल्दी पाचन तंत्र की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होती है। काली हल्दी में कई खतरनाक बिमारियों को ठीक करने का बहुत जबरदस्त इलाज होता है।