मटर की फसल से बने कम समय में लखपति, कम लागत में ज्यादा मुनाफा, ऐसे लगाए मटर की फसल उत्पादन होगी बंपर 

On: Tuesday, November 25, 2025 9:21 PM
मटर की खेती

हरी मटर की खेती कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है और कुछ महीनों में फसल तैयार होकर लाखों में आमदनी करा सकती है। आइए जानते हैं हरी मटर की खेती के विषय में विस्तार से।

मटर की खेती 

जैसा कि हम जानते हैं मटर रबी सीजन की फसल होती है। हरी मटर सेहत के लिए भी काफी अच्छी होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं  साथ ही इसमें महत्वपर्ण विटामिन और मिनरल्स भी पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए जरुरी होते हैं। इसकी मांग भी बाजार में बहुत होती है। किसान भाइयों के लिए मटर कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल होती है। आइए जानते हैं इसकी खेती कैसे करें। 

मटर की खेती कैसे करें ?

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार मटर को बोने का सही समय अक्टूबर से नवंबर होता है और अभी हरी मटर की खेती करने का सबसे सही समय चल रहा है। इसकी मांग भी मार्केट में अभी बहुत है। आइए जानते हैं इसके खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें –

  • मटर की खेती के लिए ठंडी और शुष्क जलवायु सही होती है। 
  • मिट्टी में दोमट मिट्टी जिसमें जल निकासी अच्छी हो और मिट्टी का PH मान 6 से 7.5 के बीच होनी चाहिए। 
  • उन्नत किस्मों की बीज चुनें जैसे पूसा प्रगती, अर्केल, आजाद मटर आदि। 
  • बीज के उपचार के लिए फफूंद नाशक और राइजोबियम कल्चर का इस्तेमाल करें।
  • खेती से पहले 2 से 3 बाड़ गहरी जुताई करके समतल बना लें, उसके बाद कतारें बनाए। कतारों के बीच में 30 से 40 सेमी की दूरी रखें। 
  • बीज को 3 से 5 सेमी तक की गहराई पर बोएं। 
  • एक एकड़ में खेती के हिसाब से मान के चले तो 18 से 20 किलोग्राम बीज की जरूरत होती है। 
  • गोबर की खाद 15 से 20 टन डालें। जैविक खाद का प्रयोग करें, उत्पादन दोगुनी हो सकता है। 
  • बुआई के तुरंत बाद सिंचाई करनी होती है। अधिक सिंचाई नहीं करनी होती फसल को नमी से बचा कर रखें ,नहीं तो रोग लग सकते हैं। 
  • थ्रिप्स और एफिड जैसे कीटों को नियंत्रित करने के लिए जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें। 
  • मटर की फलियां हरी और पूरी तरह बढ़ जाए तब तुड़ाई करें। 

मटर की खेती में लागत कम मुनाफा ज्यादा होता है  

मटर की खेती में दूसरे फसलों की तुलना में कम लागत लगती है क्योंकि इसमें सिंचाई की ज्यादा जरूरत नहीं होती और जैविक खाद से उत्पादन अच्छा होता है, जिससे खाद की भी लागत कम हो जाती है। अगर एक एकड़ में खेती करते हैं तो 19 हजार रुपये तक का खर्चा आता है। एक एकर से लगभग 35 से 40 क्विंटल तक मटर उत्पादन होता है। मार्केट में भाव शुरुआत में 120 रूपए रहता है। जो की सीजन के आखिरी तक 60 से 90 रुपये तक रहता है। एक एकड़ से शुद्ध मुनाफा लगभग 2 लाख 50 हजार तक हो जाता है। 

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