गेहूं की पैदावार घटने से बचाए, बुवाई के 72 घंटे पहले इस दवा का करें छिड़काव, मंडूसी खरपतवार का होगा खात्मा

On: Monday, November 10, 2025 6:00 AM
मंडूसी खरपतवार के लिए इस दवा का करें छिड़काव

गेहूं के किसान अगर मंडूसी खरपतवार से परेशान हैं, तो चलिए आपको बताते हैं इससे छुटकारा कैसे पाया जाए।

गेहूं के खेतों में मंडूसी खरपतवार

गेहूं के किसानों को पता होगा कि मंडूसी खरपतवार बहुत ही ज्यादा खतरनाक होती है। कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि गेहूं की पैदावार को यह आधे से भी ज्यादा घटाने की क्षमता रखती है। अगर खेतों में मंडूसी खरपतवार फैल जाती है, तो गेहूं, धान जैसी फसलों को बहुत नुकसान होता है। निराई-गुड़ाई का खर्चा भी बढ़ जाता है। इसे हटाने में मेहनत अलग से बढ़ती है। लेकिन अगर बुवाई से पहले ही खेत को तैयार करें, तो इसको उगने से भी रोका जा सकता है। हालांकि कुछ सावधानी भी बरतनी चाहिए। तो आइए जानते हैं इस खरपतवार को उगने से रोकने के लिए कौन-कौन से काम करने चाहिए और बुवाई के 72 घंटे पहले किस दवा को छिड़कना है।

गेहूं की बुवाई के समय इन बातों का रखें ध्यान

गेहूं की बुवाई किसानों को समय पर करनी चाहिए। अगर 15 नवंबर से पहले करें तो बेहतर होगा। वहीं खरपतवार-मुक्त बीज का चयन करना चाहिए, जिससे खेत में खरपतवार कम होंगे। बुवाई लाइन में करें और बिजाई लाइनों के बीच लगभग 18 सेंटीमीटर की दूरी रखें। पौधों की संख्या अधिक करने के लिए आड़ी-तिरछी बुवाई भी की जा सकती है।

मंडूसी खरपतवार जिन खेतों में उगती है, उनके फूल बनने से पहले ही उन्हें उखाड़ लेना चाहिए ताकि उनकी संख्या न बढ़े। इसके अलावा बताया जाता है कि खाद को बीज से दो से तीन सेंटीमीटर नीचे डालना चाहिए, इससे भी फायदा होता है।

मंडूसी खरपतवार के लिए इस दवा का करें छिड़काव

गेहूं के किसान अगर मंडूसी खरपतवार से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको बुवाई के 72 घंटे पहले ही मोनैंट मोर दवा का इस्तेमाल करना चाहिए। इसकी मात्रा की बात करें तो 800 मिलीलीटर दवा में 200 लीटर पानी मिलाकर खेत में छिड़कना चाहिए। यह मात्रा एक एकड़ के हिसाब से बताई गई है। इससे मांडूसी खरपतवार को उगने से रोका जा सकता है।इसके अलावा किसानों को किसी भी फसल की बुवाई से पहले खेत की तैयारी करते समय जुताई के बीच में कुछ समय रुकना चाहिए, ताकि बीच में धूप लगे। उसके बाद दोबारा जुताई करें, इससे खरपतवार घटेगी।

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