किसान अगर खाद का खर्चा घटाना चाहते हैं और पराली जलाकर जुर्माने से बचना चाहते हैं, तो चलिए आपको एक तगड़ा ऑफर बताते हैं।
पराली की समस्या हल हुई
पराली जलाने की समस्या कई राज्यों में है, जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। हवा में ज़हर घुल रहा है और मिट्टी खराब हो रही है। लेकिन कई किसान आज भी पराली जला रहे हैं, क्योंकि उन्हें जल्दी से जल्दी खेत खाली करना पड़ता है। साथ ही उन्हें पराली के इस्तेमाल और उसके फ़ायदे भी नहीं पता हैं। लेकिन सरकार ने अब उन्हें एक अच्छा ऑफर दिया है।
दरअसल, यहां उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की बात की जा रही है, जहां पर पराली के बदले किसानों को गोबर की खाद दी जा रही है। जैसा कि आप जानते हैं, गोबर की खाद उत्पादन बढ़ाने में बहुत मददगार होती है। इसीलिए किसानों को पराली के बदले गोबर की हाई क्वालिटी खाद मिलेगी। तो आइए जानते हैं पूरी योजना क्या है।

पराली के बदले यहां से किसानों को मिलेगी गोबर की खाद
यूपी के किसानों को गौशाला से पराली के बदले गोबर की खाद मिलेगी। गौशालाएं पराली का इस्तेमाल पशुओं के लिए चारे और उनके बिछावन के लिए करेंगी, और किसानों को पराली के बदले में गोबर की खाद देंगी। इसका इस्तेमाल किसान खेत में डालकर उत्पादन बढ़ा सकते हैं। इससे उन्हें पराली जलानी नहीं पड़ेगी।
पशुपालन विभाग की तरफ से चलेगी यह योजना
पशुपालन विभाग द्वारा यह योजना चलाई जाएगी। आपको बता दें कि लखनऊ में समीक्षा बैठक हुई थी, जिसमें पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह योजना सही तरीके से चले और समय पर किसानों को इसका फायदा मिले।
इस तरह किसानों और पशुपालकों दोनों को इस योजना से फायदा होगा। पशुपालकों को गोबर की व्यवस्था करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बस सीधे किसानों को दे पाएंगे। और किसानों को भी पराली जलाने की नौबत नहीं आएगी।
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