किसान ₹10 के पेड़ से करोड़पति बन सकते हैं, ₹60 सरकार देगी पेड़ की देखभाल के लिए, जानें योजना

On: Sunday, October 19, 2025 12:38 PM
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के वन प्रमंडल बेतिया में योजना

किसानों को बहुत सस्ते में पेड़ मिल रहे हैं, जिनसे वे कुछ समय में लखपति-करोड़पति बन सकते हैं, और सरकार पेड़ों की देखभाल के लिए पैसे भी दे रही है।

पेड़ों की खेती से कैसे बनें अमीर?

कई ऐसे पेड़ होते हैं जिनकी लकड़ियां महंगी होती हैं। कुछ ऐसे भी पेड़ होते हैं जिनकी पत्तियां, तना, जड़ सब कुछ बिकता है। तो किसानों को उसमें बहुत ज़्यादा फायदा होता है। पेड़ों की खेती में बस किसानों को थोड़ा सा समय देना होता है। इसीलिए सरकार भी पेड़ों की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है।

जिसमें बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के वन प्रमंडल बेतिया में योजना के अनुसार, किसानों को कई पेड़ों के पौधे सिर्फ ₹10 में दिए जा रहे हैं। जो कि 15 से 20 साल में एक किसान को लखपति-करोड़पति बना सकते हैं। वह भी कम जमीन में खेती करके। तो चलिए बताते हैं ₹10 में कौन-कौन से पेड़ किस योजना के अंतर्गत दिए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना

दरअसल, मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना के तहत किसान ₹10 में पौधे ले सकते हैं, जो कि किसानों को बहुत ज़्यादा मुनाफा कम खर्चे में देंगे। इन पेड़ों की देखभाल के लिए सरकार, उनकी सुरक्षा के लिए ₹60 की दर से आर्थिक सहायता भी देती है, जिससे वे पेड़ों को पानी, खाद इत्यादि दे सकें।

फिर, जो आपने पौधे खरीदे हैं जब वे विकसित हो जाते हैं, तो आपका पैसा वापस भी कर दिया जाता है। योजना का लाभ लेने के लिए वन प्रमंडल में जाकर पौधे खरीदे जा सकते हैं, जहां एक पौधा ₹10 का दिया जा रहा है।

कौन-कौन से पौधे ₹10 में मिल रहे हैं?

एक नहीं, अनेक पेड़ हैं जिनकी लकड़ियां अच्छी कीमतों पर बिकती हैं। उनकी लकड़ियां कई तरह की खासियत रखती हैं जल्दी खराब नहीं होतीं, दीमक नहीं लगती और मजबूत भी होती हैं। जैसे कि किसानों को महोगनी, शीशम, सागवान, गम्हार, अर्जुन आदि के पेड़ दिए जा रहे हैं, जिनकी लकड़ी काफ़ी कीमती होती है, और ये 15 से 20 साल के भीतर तैयार हो जाते हैं। इसके बाद अच्छी-खासी कीमतों पर बिकते हैं।

जिसमें प्राइस रेंज की बात करें तो सागवान ₹50,000 से ₹2,00,000 तक बिकता है, वहीं शीशम ₹20,000 से ₹70,000 रुपए तक। इसलिए हर तरह की लकड़ी अलग-अलग कीमतों पर बिकती है। इन्हें फर्नीचर के अलावा और भी कई तरह के उत्पाद बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

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