कुबेर का खजाना साबित होगी ये फसल की खेती, अक्टूबर में करें बुवाई धन से बन जाएंगे धनवान बिना भुलाए ग्राहक खुद चलकर आएंगे खरीदने

On: Monday, October 20, 2025 9:00 PM
कुबेर का खजाना साबित होगी ये फसल की खेती, अक्टूबर में करें बुवाई धन से बन जाएंगे धनवान बिना भुलाए ग्राहक खुद चलकर आएंगे खरीदने

इस काली फसल की खेती बहुत ज्यादा मुनाफे वाली होती है इसलिए इसे मुनाफेदार फसल कहा जाता है। अक्टूबर माह में इसकी खेती किसानों को जरूर करना चाहिए।

कुबेर का खजाना साबित होगी ये फसल की खेती

गाजर की खेती किसान बहुत बड़े स्तर पर करते है लेकिन आज हम आपको गाजर की एक अध्भुत और अधिक बिकने वाली वैरायटी के बारे में बता रहे है ये वैरायटी समान्य गाजर की तुलना में अधिक महंगी बिकती है। इसमें पोषक तत्व जे गुण भरपूर होते है और इसका स्वाद भी बहुत लाजवाब होता है। ये गाजर एंथोसायनिन का एक समृद्ध स्रोत है। इसकी खेती अक्टूबर के महीने करने से अच्छी उपज प्राप्त होती है। हम बात कर रहे है गाजर की पूसा आसिता वैरायटी की ये गाजर की एक किस्म है जो अपने काले रंग और मैदानी इलाकों में अच्छी उपज देने के लिए जानी जाती है। 

गाजर की पूसा आसिता वैरायटी

गाजर की पूसा आसिता वैरायटी की खेती व्यावसायिक रूप से करना बहुत लाभदायक साबित होता है गाजर की पूसा आसिता वैरायटी की खेती के लिए अच्छी जल धारण क्षमता वाली रेतीली दोमट मिट्टी सबसे आदर्श मानी जाती है इसकी बुवाई के लिए अच्छे स्वस्थ बीजों का चयन करना चाहिए और बुवाई से पहले शोधित करना चाहिए जिससे फसल कीट रोगों से सुरक्षित रहती है। इसकी बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 6 से 7 किग्रा बीज पर्याप्त होते है। इसकी खेती में गोबर की खाद, नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का उपयोग संतुलित मात्रा में करना चाहिए। बुवाई के बाद लगभग 90 से 100 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।

कितनी होगी पैदावार

गाजर की पूसा आसिता वैरायटी की पैदावार बहुत अच्छी होती है ये काली गाजर की एक किस्म है जो मार्केट में महंगी बिकती है एक हेक्टेयर में गाजर की पूसा आसिता वैरायटी की खेती करने से लगभग 350–400 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त होता है आप इसकी खेती से लाखों का मुनाफा कमा सकते है ये गाजर प्राकृतिक रूप से ही बैंगनी या काली होती है। और इसमें पोषक तत्व बहुत उच्च मात्रा में होते है।

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