इस सब्जी की खेती का समय आ चूका है इसकी बुवाई के लिए अक्टूबर का महीना बहुत उपयुक्त होता है। इसकी मांग बाजार में बहुत होती है।
मात्र ढाई महीने में होगी ये सब्जी की खेती
चुकंदर की खेती बहुत लाभकारी होती है मुख्य रूप से इसकी जड़ प्रयोग में आती है। चुकंदर की खेती के लिए उच्च गुणवत्ता और बंपर उपज देने वाली किस्म का चयन करना चाहिए। चुकंदर की इस किस्म का स्वाद मीठा और हल्का होता है और इसमें मिट्टी जैसा स्वाद होता है। इसमें पोषक तत्व के गुण बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद होते है इसका उपयोग सलाद, भूनकर, या अचार, सब्जी, जूस बनाने में बहुत होता है चुकंदर की इस किस्म का नाम क्रिमसन ग्लोब चुकंदर है ये एक मध्यम आकार की गोल जड़ों वाली किस्म है जिसका छिलका लाल और गूदा भी गहरा लाल होता है।

चुकंदर की क्रिमसन ग्लोब किस्म
चुकंदर की क्रिमसन ग्लोब किस्म न केवल व्यावसायिक रूप से खेती के लिए उत्तम होती है बल्कि इसे किचन गार्डन में भी लगा सकते है। चुकंदर की क्रिमसन ग्लोब किस्म की खेती के लिए अच्छी जल धारण क्षमता वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे सर्वोत्तम होती है। इस मिट्टी में जड़ें आसानी से विकसित होती है। इसकी बुवाई से पहले खेत को जोतकर तैयार करना चाहिए और मिट्टी में खाद डालना चाहिए। इसकी खेती के लिए 45 सेमी की दूरी पर मेड़ बनाकर 1.5-2 सेमी गहराई पर बीज बीज बोना चाहिए और 15-20 सेमी का फासला रखना चाहिए।बुवाई के बाद चुकंदर की क्रिमसन ग्लोब किस्म की फसल ढाई महीने में तैयार हो जाती है।
जाने पैदावार क्षमता
चुकंदर की क्रिमसन ग्लोब किस्म पैदावार क्षमता बहुत अधिक होती है ये मार्केट में बहुत बिकती है क्योकि लोग इसके आकर्षक कंद को देखकर इसको खरीदना ज्यादा पसंद करते है। एक एकड़ में बीटरूट की क्रिमसन ग्लोब किस्म की खेती करने से आमतौर पर 80 क्विंटल की उपज मिल सकती है। आप इसकी खेती से 1 से 1.5 लाख रुपए की कमाई कर सकते है। इसकी खेती में ज्यादा कोस्ट यानि लागत नहीं आती है और उत्पादन भी अच्छा जबरदस्त मिलता है।

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