यदि किसान एक एकड़ की ज़मीन से लाखों की कमाई सब्ज़ियों की खेती से करना चाहते हैं, तो चलिए जानते हैं सितंबर से अक्टूबर के पहले सप्ताह तक लगने वाली 3 सब्ज़ियाँ की जानकारी।
सितंबर-अक्टूबर में सब्ज़ियों की खेती
सितंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर अक्टूबर के पहले सप्ताह तक किसान इन तीन सब्ज़ियों की खेती करके अच्छा-ख़ासा पैसा कमा सकते हैं। यदि किसी शहर के आसपास रहते हैं या फिर ग्रामीण ज़िले में खेती करते हैं, तो भी आप मंडी में इनमें से कोई एक सब्ज़ी लगाकर बेंच सकते हैं। अच्छी क़ीमत मिलेगी और यह समय भी उपयुक्त है। अभी लगाने पर बढ़िया मंडी भाव मिलेगा। यहाँ हम ₹30 से लेकर ₹80 प्रति किलो तक बिकने वाली सब्ज़ियों की जानकारी देने जा रहे हैं।
ब्रोकली की खेती
किसान इस समय ब्रोकली की खेती कर सकते हैं, जिसे हरी गोभी भी कहा जाता है। शहरों में इसकी भारी डिमांड है। फूलगोभी और पत्तागोभी की खेती तो कई किसान करते हैं, लेकिन ब्रोकली की खेती अभी कम किसान कर रहे हैं। इसका भाव ₹50 से लेकर ₹80 प्रति किलो तक मिल जाता है। न्यूनतम 50-60 रुपए किलो तो आराम से मिल ही जाता है।
ब्रोकली की खेती के लिए गहरी, ढीली और ह्यूमस वाली मिट्टी अच्छी मानी जाती है, जिसका पीएच मान 6 से 7 के बीच हो। ब्रोकली की खेती उस जगह पर करें जहाँ अच्छी धूप आती हो। हल्की छाया हो तो भी ठीक रहेगा, लेकिन बहुत ज़्यादा तेज़ हवा न चले। पर्याप्त धूप और ठंडी जलवायु में ब्रोकली की खेती की जाती है। इसके लिए 16 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान उपयुक्त होता है।

जुकीनी की खेती
किसान इस समय जुकीनी की खेती कर सकते हैं। यह पीले और हरे दो वैरायटी में आती है। दोनों को आधा-आधा खेत में लगाया जा सकता है। इसकी क़ीमत ₹30 से ₹60 प्रति किलो तक मिलती है। वहीं, इसकी खेती में खर्च अन्य फसलों के मुक़ाबले कम आता है। जुकीनी की खेती के लिए जल-निकासी वाली दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। मल्चिंग की व्यवस्था करके किसान अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
हरी मटर की खेती
किसान यह जानते हैं कि सर्दियों में हरी मटर की डिमांड बहुत ज़्यादा रहती है। यदि सही समय पर मटर लगा ली जाए, तो मंडी में जल्दी पहुँचकर अच्छा भाव मिल सकता है। बता दें कि अभी हरी मटर लगाने पर मंडी में जो भाव मिलेगा, वह ₹50 से ₹70 प्रति किलो तक हो सकता है। मटर की बुवाई से पहले बीज का उपचार करें। बीज की बुवाई के बाद हल्की सिंचाई तुरंत कर दें। साथ ही, खेत में पानी जमा न होने दें नहीं तो जड़ें खराब हो सकती हैं।

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