खेती में करियर बनाना है ? ये 10 कृषि विश्वविद्यालय दिला सकते हैं शानदार कमाई और उज्ज्वल भविष्य

On: Saturday, September 13, 2025 4:00 PM
भारत में टॉप 10 कृषि विश्वविद्यालय और कोर्स

भारत के टॉप 10 कृषि विश्वविद्यालय, कोर्स, फीस, प्रवेश प्रक्रिया और कमाई की पूरी जानकारी यहां पढ़ें, किसान और छात्रों के लिए उपयोगी मार्गदर्शन-

भारत में टॉप 10 कृषि विश्वविद्यालय और कोर्स

भारत कृषि प्रधान देश है और यहां की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर करता है। आधुनिक कृषि, नई तकनीक, मृदा विज्ञान, बागवानी, पशुपालन और जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में बेहतर ज्ञान देने के लिए देश में कई प्रमुख कृषि विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं। इन विश्वविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र खेती को लाभदायक व्यवसाय बना सकते हैं और कृषि क्षेत्र में अनुसंधान कर सकते हैं।

  1. इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट (IARI), नई दिल्ली

यहां से कृषि विज्ञान, पौधा प्रजनन, जैव प्रौद्योगिकी और रिसर्च आधारित कोर्स उपलब्ध हैं। फीस करीब 20,000 से 30,000 रुपये सालाना है।

  1. गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पंतनगर (उत्तराखंड)

यह भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय है। यहां कृषि, बागवानी, कृषि इंजीनियरिंग जैसे कोर्स पढ़ाए जाते हैं। फीस लगभग 25,000 से 40,000 रुपये प्रतिवर्ष।

  1. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना

खेती में आधुनिक तकनीक और मशीनरी के लिए यह विश्वविद्यालय प्रसिद्ध है। बीएससी एग्रीकल्चर और एमएससी जैसे कोर्स उपलब्ध हैं। फीस लगभग 40,000 रुपये प्रतिवर्ष।

  1. तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर

बागवानी और फसल अनुसंधान के लिए यह संस्थान अग्रणी है। यहां स्नातक से पीएचडी तक की पढ़ाई की जा सकती है। फीस 30,000 से 45,000 रुपये प्रतिवर्ष।

  1. चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार

यह देश के सबसे बड़े कृषि विश्वविद्यालयों में से है। यहां मृदा विज्ञान, फसल उत्पादन और पशुपालन से जुड़े कोर्स हैं। फीस करीब 20,000 से 35,000 रुपये।

  1. राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर

यहां रेगिस्तानी क्षेत्रों में खेती से जुड़े विशेष अध्ययन होते हैं। फीस लगभग 25,000 रुपये सालाना।

  1. बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर

यहां धान, गेहूं और मक्के की उन्नत किस्मों पर शोध होता है। फीस 15,000 से 25,000 रुपये।

  1. असम कृषि विश्वविद्यालय, जोरहाट

चाय और बागवानी अनुसंधान के लिए यह विश्वविद्यालय प्रसिद्ध है। फीस लगभग 20,000 रुपये सालाना।

  1. डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा (बिहार)

यह भारत के सबसे पुराने कृषि संस्थानों में से एक है। यहां आधुनिक रिसर्च आधारित कोर्स उपलब्ध हैं। फीस करीब 30,000 रुपये।

  1. शिवाजी कृषि विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र (कोल्हापुर)

गन्ना और बागवानी पर विशेष ध्यान देने वाला विश्वविद्यालय। फीस लगभग 20,000 से 30,000 रुपये।

यहां भारत के टॉप 10 कृषि विश्वविद्यालयों की जानकारी एक सारणी (टेबल) के रूप में दी गई है-

क्रमांककृषि विश्वविद्यालयस्थानप्रमुख कोर्सवार्षिक फीस (लगभग)विशेषता
1.इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट (IARI)नई दिल्लीबीएससी, एमएससी, पीएचडी₹20,000–30,000कृषि विज्ञान और रिसर्च
2.जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयपंतनगर, उत्तराखंडबीएससी एग्रीकल्चर, कृषि इंजीनियरिंग₹25,000–40,000भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय
3.पंजाब कृषि विश्वविद्यालयलुधियाना, पंजाबबीएससी, एमएससी₹40,000आधुनिक खेती और मशीनरी
4.तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालयकोयंबटूर, तमिलनाडुस्नातक से पीएचडी तक₹30,000–45,000बागवानी और फसल अनुसंधान
5.चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालयहिसार, हरियाणाबीएससी, एमएससी, पशुपालन₹20,000–35,000सबसे बड़े कृषि विश्वविद्यालयों में से एक
6.राजस्थान कृषि विश्वविद्यालयबीकानेर, राजस्थानबीएससी, एमएससी₹25,000शुष्क/रेगिस्तानी खेती अनुसंधान
7.बिहार कृषि विश्वविद्यालयसबौर, बिहारबीएससी, एमएससी₹15,000–25,000धान, गेहूं, मक्का अनुसंधान
8.असम कृषि विश्वविद्यालयजोरहाट, असमबीएससी, एमएससी₹20,000चाय और बागवानी अनुसंधान
9.डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयपूसा, बिहारबीएससी, एमएससी, पीएचडी₹30,000ऐतिहासिक और रिसर्च केंद्रित
10.शिवाजी कृषि विश्वविद्यालयकोल्हापुर, महाराष्ट्रबीएससी, एमएससी₹20,000–30,000गन्ना और बागवानी पर फोकस

प्रवेश की आवश्यकता

इन विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए छात्रों को 12वीं में विज्ञान विषय (पीसीबी या पीसीएम) से उत्तीर्ण होना आवश्यक है। प्रवेश मुख्य रूप से ICAR AIEEA परीक्षा या राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर होता है।

रोजगार और कमाई

इन विश्वविद्यालयों से पढ़ाई करने के बाद छात्र कृषि वैज्ञानिक, कृषि अधिकारी, रिसर्चर, उद्यमी, खाद्य प्रसंस्करण विशेषज्ञ या कृषि सलाहकार बन सकते हैं। शुरुआती वेतन 25,000 से 50,000 रुपये मासिक तक होता है और अनुभव के साथ लाखों तक पहुंच सकता है। साथ ही खुद का कृषि स्टार्टअप या खेती से भी अच्छी आय संभव है।

निष्कर्ष

भारत के टॉप कृषि विश्वविद्यालय छात्रों को आधुनिक खेती और तकनीक से जोड़कर उन्हें रोजगार और व्यवसाय के नए अवसर प्रदान करते हैं। सही कोर्स और संस्थान चुनकर युवा न सिर्फ खुद की प्रगति कर सकते हैं बल्कि देश की कृषि व्यवस्था को भी मजबूत बना सकते हैं।

यह भी पढ़े- मछली का चारा बनाने वालों को 24 लाख रुपए हर साल देगी सरकार, इस योजना से विद्युत वित्तीय सहायता मिलेगी, जानें कब तक करें आवेदन