भारत के टॉप 10 कृषि विश्वविद्यालय, कोर्स, फीस, प्रवेश प्रक्रिया और कमाई की पूरी जानकारी यहां पढ़ें, किसान और छात्रों के लिए उपयोगी मार्गदर्शन-
भारत में टॉप 10 कृषि विश्वविद्यालय और कोर्स
भारत कृषि प्रधान देश है और यहां की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर करता है। आधुनिक कृषि, नई तकनीक, मृदा विज्ञान, बागवानी, पशुपालन और जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में बेहतर ज्ञान देने के लिए देश में कई प्रमुख कृषि विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं। इन विश्वविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र खेती को लाभदायक व्यवसाय बना सकते हैं और कृषि क्षेत्र में अनुसंधान कर सकते हैं।
- इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट (IARI), नई दिल्ली
यहां से कृषि विज्ञान, पौधा प्रजनन, जैव प्रौद्योगिकी और रिसर्च आधारित कोर्स उपलब्ध हैं। फीस करीब 20,000 से 30,000 रुपये सालाना है।
- गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पंतनगर (उत्तराखंड)
यह भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय है। यहां कृषि, बागवानी, कृषि इंजीनियरिंग जैसे कोर्स पढ़ाए जाते हैं। फीस लगभग 25,000 से 40,000 रुपये प्रतिवर्ष।
- पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना
खेती में आधुनिक तकनीक और मशीनरी के लिए यह विश्वविद्यालय प्रसिद्ध है। बीएससी एग्रीकल्चर और एमएससी जैसे कोर्स उपलब्ध हैं। फीस लगभग 40,000 रुपये प्रतिवर्ष।
- तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर
बागवानी और फसल अनुसंधान के लिए यह संस्थान अग्रणी है। यहां स्नातक से पीएचडी तक की पढ़ाई की जा सकती है। फीस 30,000 से 45,000 रुपये प्रतिवर्ष।

- चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार
यह देश के सबसे बड़े कृषि विश्वविद्यालयों में से है। यहां मृदा विज्ञान, फसल उत्पादन और पशुपालन से जुड़े कोर्स हैं। फीस करीब 20,000 से 35,000 रुपये।
- राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर
यहां रेगिस्तानी क्षेत्रों में खेती से जुड़े विशेष अध्ययन होते हैं। फीस लगभग 25,000 रुपये सालाना।
- बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर
यहां धान, गेहूं और मक्के की उन्नत किस्मों पर शोध होता है। फीस 15,000 से 25,000 रुपये।
- असम कृषि विश्वविद्यालय, जोरहाट
चाय और बागवानी अनुसंधान के लिए यह विश्वविद्यालय प्रसिद्ध है। फीस लगभग 20,000 रुपये सालाना।
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा (बिहार)
यह भारत के सबसे पुराने कृषि संस्थानों में से एक है। यहां आधुनिक रिसर्च आधारित कोर्स उपलब्ध हैं। फीस करीब 30,000 रुपये।
- शिवाजी कृषि विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र (कोल्हापुर)
गन्ना और बागवानी पर विशेष ध्यान देने वाला विश्वविद्यालय। फीस लगभग 20,000 से 30,000 रुपये।
यहां भारत के टॉप 10 कृषि विश्वविद्यालयों की जानकारी एक सारणी (टेबल) के रूप में दी गई है-
| क्रमांक | कृषि विश्वविद्यालय | स्थान | प्रमुख कोर्स | वार्षिक फीस (लगभग) | विशेषता |
| 1. | इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट (IARI) | नई दिल्ली | बीएससी, एमएससी, पीएचडी | ₹20,000–30,000 | कृषि विज्ञान और रिसर्च |
| 2. | जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय | पंतनगर, उत्तराखंड | बीएससी एग्रीकल्चर, कृषि इंजीनियरिंग | ₹25,000–40,000 | भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय |
| 3. | पंजाब कृषि विश्वविद्यालय | लुधियाना, पंजाब | बीएससी, एमएससी | ₹40,000 | आधुनिक खेती और मशीनरी |
| 4. | तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय | कोयंबटूर, तमिलनाडु | स्नातक से पीएचडी तक | ₹30,000–45,000 | बागवानी और फसल अनुसंधान |
| 5. | चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय | हिसार, हरियाणा | बीएससी, एमएससी, पशुपालन | ₹20,000–35,000 | सबसे बड़े कृषि विश्वविद्यालयों में से एक |
| 6. | राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय | बीकानेर, राजस्थान | बीएससी, एमएससी | ₹25,000 | शुष्क/रेगिस्तानी खेती अनुसंधान |
| 7. | बिहार कृषि विश्वविद्यालय | सबौर, बिहार | बीएससी, एमएससी | ₹15,000–25,000 | धान, गेहूं, मक्का अनुसंधान |
| 8. | असम कृषि विश्वविद्यालय | जोरहाट, असम | बीएससी, एमएससी | ₹20,000 | चाय और बागवानी अनुसंधान |
| 9. | डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय | पूसा, बिहार | बीएससी, एमएससी, पीएचडी | ₹30,000 | ऐतिहासिक और रिसर्च केंद्रित |
| 10. | शिवाजी कृषि विश्वविद्यालय | कोल्हापुर, महाराष्ट्र | बीएससी, एमएससी | ₹20,000–30,000 | गन्ना और बागवानी पर फोकस |
प्रवेश की आवश्यकता
इन विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए छात्रों को 12वीं में विज्ञान विषय (पीसीबी या पीसीएम) से उत्तीर्ण होना आवश्यक है। प्रवेश मुख्य रूप से ICAR AIEEA परीक्षा या राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर होता है।
रोजगार और कमाई
इन विश्वविद्यालयों से पढ़ाई करने के बाद छात्र कृषि वैज्ञानिक, कृषि अधिकारी, रिसर्चर, उद्यमी, खाद्य प्रसंस्करण विशेषज्ञ या कृषि सलाहकार बन सकते हैं। शुरुआती वेतन 25,000 से 50,000 रुपये मासिक तक होता है और अनुभव के साथ लाखों तक पहुंच सकता है। साथ ही खुद का कृषि स्टार्टअप या खेती से भी अच्छी आय संभव है।
निष्कर्ष
भारत के टॉप कृषि विश्वविद्यालय छात्रों को आधुनिक खेती और तकनीक से जोड़कर उन्हें रोजगार और व्यवसाय के नए अवसर प्रदान करते हैं। सही कोर्स और संस्थान चुनकर युवा न सिर्फ खुद की प्रगति कर सकते हैं बल्कि देश की कृषि व्यवस्था को भी मजबूत बना सकते हैं।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद











