Farm Stay Scheme: खेत दिखाकर छापेंगे पैसा, खेतों में होम-स्टे बनाने के लिए 40 करोड़ तक सब्सिडी मिल रही, ग्रामीणों की होगी तगड़ी आमदनी

On: Saturday, September 13, 2025 5:00 PM
फार्म स्टे योजना

गांवों में अब पर्यटक आएंगे और गांववालों की कमाई होगी। फार्म स्टे योजना की शुरुआत हो चुकी है। इसमें 40 करोड़ तक की सब्सिडी निवेशकों को मिल रही है-

फार्म स्टे योजना

फार्म स्टे योजना (Farm Stay Scheme) उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत गांव में खेतों के आसपास एक मकान बनाया जाएगा, जहां पर पर्यटक ठहरेंगे, गांव में घूमेंगे, गांववालों से मिलेंगे, खेतों में जाएंगे, पशुपालकों से मिलेंगे, और खेती-किसानी व पशुपालन का अनुभव लेंगे। वे भारत की ग्रामीण सुंदरता को करीब से देख पाएंगे। इसके लिए सरकार सब्सिडी दे रही है, जिससे खेतों में इस तरह के मकान बनाए जा सकें।

40 करोड़ रुपए तक मिलेगी सब्सिडी

गांव में पर्यटकों के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया मकान बनाया जाएगा, जिसमें कम से कम दो कमरे किराए पर देने के लिए होंगे। एक रिसेप्शन एरिया होगा और गांव की संस्कृति से जुड़ी गतिविधियों में पर्यटकों को भाग लेने का अवसर दिया जाएगा। इस तरह के फार्म स्टे बनाने के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है, जिसमें 2 करोड़ से लेकर 40 करोड़ रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जा रही है।

  • अगर कोई निवेशक 10 करोड़ रुपए निवेश करता है, तो उसे 25% सब्सिडी मिलेगी, यानी अधिकतम 2 करोड़ रुपए।
  • 50 करोड़ निवेश करने पर 20% सब्सिडी, यानी 10 करोड़ रुपए तक की सहायता मिलेगी।
  • यदि निवेश 200 करोड़ रुपए का होता है, तो 15% सब्सिडी, यानी 30 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
  • 500 करोड़ रुपए के निवेश पर 10% सब्सिडी, अधिकतम 40 करोड़ रुपए मिलेगी।

महिलाओं और विशेष वर्गों को अतिरिक्त लाभ। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति, और पिछड़े वर्ग के निवेशकों को अतिरिक्त 5% सब्सिडी दी जाएगी। इसके अलावा, स्टे होम बनाने के लिए बैंक ऋण और अन्य छूटें भी मिलेंगी। यदि निवेशक बैंक से लोन लेते हैं, तो ब्याज पर भी सब्सिडी उपलब्ध होगी।

पर्यटक आएंगे गांव, ग्रामीणों को मिलेगा लाभ

गांव में जो फार्म स्टे बनाया जाएगा, वहां पर्यटक आकर गांव का असली अनुभव लेंगे। वे खेतों और बागवानी में हिस्सा लेंगे, पौधे लगाएंगे, बुवाई, हल चलाना, फसल काटना जैसी गतिविधियों में भाग लेंगे। वे गांव के किसानों की मेहनत को समझेंगे और पशुपालन तथा जैविक खेती के बारे में जानेंगे। गांव की शुद्ध हवा और प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेंगे।

इससे ग्रामीणों को प्रत्यक्ष लाभ होगा। पर्यटक गांव की चीजें खरीदेंगे, ग्रामीण व्यंजनों का स्वाद लेंगे, और गांव की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की भी खरीदी करेंगे। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में मजबूती आएगी और गाँव के विकास को नई दिशा मिलेगी।

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