नींबू के पौधे में फलों की उपज को हमेशा बनाये रखने के लिए पौधे में किचन से निकला ये पानी जरूर डालना चाहिए जिससे पौधे की ग्रोथ और फलों की उपज बढ़ती रहती है।
नींबू का पौधा कभी फल देना बंद नहीं करेगा
अगर आप चाहते है की आपका नींबू का पौधा फल देना कभी भी बंद न करें तो पौधे को ये पौष्टिक पानी जरूर देना चाहिए। इसमें मौजूद तत्व पौधे को भरपूर पोषण देते है अक्सर लोग इस पानी को फेंक देते है क्योकि पौधे के प्रति इसके फायदों से अनजान होते है। लेकिन इसे फेंकने की जगह नींबू के पौधे में डाल देना चाहिए क्योकि ये पौधे में फलों की उपज को बढ़ाता है इस पानी में प्राकृतिक रूप से पोषक तत्व पाए जाते है इसका उपयोग करने से रासायनिक खाद की जरूरत नहीं पड़ती है।

नींबू के पौधे में डालें ये सफेद पानी
नींबू के पौधे में चावल के पानी जरूर डालना चाहिए ये एक ऑर्गेनिक खाद की तरह काम करता है इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व फॉस्फोरस, पोटैशियम, आयरन, जिंक, कार्बोहाइड्रेट और नाइट्रोजन जैसे कई अन्य तत्वों का स्रोत होता है जो नींबू के पौधे के लिए बहुत जरुरी पोषक तत्व होते है। ये पानी मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है और मिट्टी में फायदेमंद सूक्ष्मजीवों की संख्या को बढ़ाता है जिससे मिट्टी की गुणवत्ता में भी सुधार होता है ये न सिर्फ पौधे को मिनरल्स प्रदान करता है बल्कि पौधे को कीटों से भी सुरक्षित रखने में मदद करता है।
प्रयोग करने का तरीका
नींबू के पौधे में चावल के पानी को डालने के लिए सबसे पहले पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करना चाहिए जिससे जड़ों तक हवा और पानी आसानी से पहुंचता है फिर एक मुट्ठी चावल को आधे लीटर पानी में 12 घंटे के लिए भिगोकर रख देना है 12 घंटे बाद फिर इस पानी को छानकर एक लीटर पानी में मिला लेना है। फिर इसे नींबू के पौधे की मिट्टी में डालना है इसके अलावा आप चावल धोने के बाद बचे हुए पानी को भी पौधे में डाल कर इस्तेमाल कर सकते है। जिससे पौधे में पोषण की कमी नहीं होती है और पौधा हमेशा नींबू से लदा हुआ रहता है।

नमस्ते दोस्तों, मैं नंदिनी । पिछले 2 साल से पत्रकारिता में काम कर रही हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती, बागवानी और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करती हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetitalks.com/ के साथ। धन्यवाद