यूरिया का किस्सा खत्म, दूसरी खाद ने मारी बाजी, यह खाद यूरिया से सस्ता और अच्छा विकल्प है, जानिए नाम और फायदा

On: Thursday, September 4, 2025 4:00 PM
यूरिया की जगह कौन सी खाद डालें?

यूरिया नहीं मिल रही तो चलिए आपको दूसरी खाद की जानकारी देते हैं, जिसे यूरिया की जगह पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

यूरिया की समस्या के बीच किसानों के लिए अच्छी खबर

यूरिया खाद देश में चर्चा का विषय बन चुका है। यूरिया की कमी से किसानों को बहुत ज्यादा समस्या आ रही है। ऐसे में किसानों को एक अच्छी खबर मिली है, जिसमें कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को यूरिया की जगह पर दूसरी खाद की जानकारी दी है। यह खाद किसानों के लिए ज्यादा फायदेमंद है। यह यूरिया से किसानों को सस्ती भी पड़ेगी और फसल को अधिक पोषण भी देगी। तो चलिए, इसके बारे में पूरी जानकारी देते हैं।

यूरिया की जगह कौन सी खाद डालें?

यूरिया की जगह पर किसान भाई अमोनियम सल्फेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि यूरिया की बहुत ज्यादा कमी देखने को मिल रही है। कुछ किसान ऐसे दुकानदारों की शिकायत दर्ज कर रहे हैं, जो यूरिया बहुत महंगी बेच रहे हैं। वहीं कुछ जगहों पर किसानों को यूरिया मिल ही नहीं रही है।

ऐसे में अगर देरी करने से अच्छा, किसान अमोनियम सल्फेट का इस्तेमाल करें। यह एक अच्छा विकल्प है क्योंकि यूरिया में मौजूद नाइट्रोजन जल्दी वाष्पित हो जाता है और बरसात में बह भी जाता है। इसके जगह पर अगर अमोनियम सल्फेट का इस्तेमाल करेंगे, तो इसमें 20.5 प्रतिशत अमोनिकल नाइट्रोजन और पर्याप्त सल्फर होता है। नाइट्रोजन पौधों को धीरे-धीरे मिलता है, जिससे लंबे समय तक फायदा होता है।

अमोनियम सल्फेट के फायदे

किसान अगर आप इस खाद का इस्तेमाल करने जा रहे तो बता दे कि इसमें मौजूद सल्फर पौधों को प्रोटीन देता है और गुणवत्ता सुधारने में मदद करता है। यह सल्फर जल में घुलनशील होता है, जिसे आसानी से फसल अवशोषित कर लेती है और मिट्टी की गुणवत्ता भी अच्छी हो जाती है। कुल मिलाकर अंत में किसानों को बढ़िया उत्पादन मिलेगा।

अमोनियम सल्फेट खेत में डालने से पौधे स्वस्थ होते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है, जिससे कीटनाशक दवाइयों पर खर्च भी कम हो जाता है। सबसे अच्छी बात यह है कि अमोनियम सल्फेट यूरिया के मुकाबले सस्ता पड़ता है। जहां यूरिया की एक बोरी खेत में लगती है, वहीं आधी बोरी अमोनियम सल्फेट पर्याप्त मानी जाती है।

इसका इस्तेमाल किसान बीज बुवाई के समय तथा टॉप ड्रेसिंग के रूप में भी कर सकते हैं। इस तरह अगर किसानों को यूरिया की वजह से ज्यादा परेशानी आ रही हो, तो अमोनियम सल्फेट का इस्तेमाल करें और कृषि विभाग से इसकी जानकारी प्राप्त करें।

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