किसान अगर कुछ रुपए खर्च करके खेत की मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं तथा फसल से अधिक उत्पादन ले सकते हैं, वह भी खेती के खर्चे को कम करके, तो चलिए बताते हैं यह कैसे होगा।
खेत की मिट्टी की जांच के फायदे
दरअसल, यहां पर खेत की मिट्टी की जांच की बात की जा रही है, जिसमें किसानों को बहुत फायदा है। इससे खाद का खर्चा कम हो जाएगा तथा फसल को अधिक मात्रा में खाद डालने के कारण जो नुकसान हो रहा है, वह भी नहीं होगा। साथ ही किसान को यह भी पता होगा कि खेत की मिट्टी किस फसल के लिए बढ़िया है, किस फसल को लगाने से अधिक उत्पादन मिलेगा तथा खाद कौन सी और कितनी मात्रा में डालनी चाहिए।
आज के समय में मिट्टी की जांच करना बहुत जरूरी हो गया है। ऐसे में किसानों के पास अच्छा मौका है 29 रुपए के खर्चे में यह काम कराने का।
29 रुपए में कराएं मिट्टी की जांच
अगर किसान 29 रुपए खर्च करके यह जान जाते हैं कि मिट्टी को किस खाद की कितनी मात्रा में जरूरत है, तो इससे बेहतर और क्या हो सकता है। किसान खेती में कई तरह के खर्च करते हैं, मेहनत करते हैं, लेकिन अगर उन्हें सही जानकारी हो कि क्या करना है, तो उन्हें बड़ा लाभ हो सकता है।
चित्रकूट में कृषि कार्यालय की प्रयोगशाला में मात्र 29 रुपए में मिट्टी की जांच हो रही है। इसके लिए आपको 250 ग्राम मिट्टी खेत से लेकर जाना है और उसकी जांच करवानी होगी। यह सामान्य मिट्टी की जांच है, इसलिए इसकी फीस ₹29 रखी गई है।

इस जांच के लिए मिट्टी के साथ-साथ किसान को खसरा नंबर और फसल की जानकारी भी देनी होगी। लेकिन अगर किसान विस्तृत मृदा जांच करवाना चाहते हैं, तो उसका शुल्क अलग है।
विस्तृत मृदा जांच के लिए कितना खर्च होगा?
किसान अगर खेती से अधिक लाभ लेना चाहते हैं और सही तरीके से खेती करना चाहते हैं, तो उनके लिए विस्तृत मृदा जांच करवाना फायदेमंद होगा। इसकी फीस ₹102 है। इसके लिए आपको मिट्टी को लैब में लेकर जाना होगा। वहां पर तीन दिन में परीक्षण रिपोर्ट मिल जाएगी।
इस रिपोर्ट में यह बताया जाएगा कि आपकी मिट्टी किस फसल के लिए बेहतर है और कौन सी खाद कितनी मात्रा में डालनी चाहिए। इससे किसानों को खाद पर होने वाला बेवजह का खर्च बच जाएगा और उत्पादन भी बढ़ेगा।