कमाई में अधिक मुनाफा कौन नहीं चाहता। इसी वजह से आज हम इस लेख के जरिए जानेंगे कि ₹20,000 में कौन-सी फसल ₹3 लाख का मुनाफा दे रही है, जिससे किसान बेहद खुश हैं।
₹20,000 में 3 लाख की कमाई
खेती में अगर खर्चा कम आए तो किसान आसानी से फसल को लगा सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यहां पर अधिक आमदनी देने वाली फसल की जानकारी लेकर आए हैं। आज आपको एक किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिनका नाम जयप्रकाश सिंह है और वह कैमूर जिले के रहने वाले हैं।
वह केले की खेती करके अच्छी आमदनी ले रहे हैं। पहले वह भी अन्य किसानों की तरह धान-गेहूं की खेती करते थे, लेकिन उससे उन्हें अच्छी कमाई नहीं होती थी और जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में उन्होंने केले की खेती शुरू की, जिसमें उन्होंने एक ऐसी वैरायटी लगाई जो बंपर उत्पादन देती है। इससे उन्हें एक बीघा जमीन से ₹3 लाख की कमाई हो गई, जबकि खर्चा केवल ₹20,000 से ₹25,000 के बीच ही बैठा।
इस वैरायटी से मिलता है बंपर उत्पादन
केले की कई किस्में हैं जो अच्छा मुनाफा देती हैं, लेकिन किसानों को अपने क्षेत्र के अनुसार वैरायटी का चयन करना चाहिए। जयप्रकाश सिंह ने केले की जी-9 (G-9) किस्म का चयन किया है, जो कि अच्छा उत्पादन देती है। इसकी दो और खासियत हैं-इसके फल मीठे होते हैं और पौधे मजबूत रहते हैं, जो जल्दी गिरते नहीं हैं। यह फसल 11 से 12 महीने में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
खेती का नया तरीका अपनाकर बढ़ाई पैदावार
कई किसान पुराने तरीकों से ही खेती करते आ रहे हैं, जिससे उन्हें फायदा नहीं हो रहा है। कुछ किसान रासायनिक खाद का इस्तेमाल अधिक करते हैं, जिससे मिट्टी खराब होती जा रही है। लेकिन जयप्रकाश सिंह जैविक खाद का इस्तेमाल कर रहे हैं।
दरअसल, वह केले की खेती करने से पहले खेत में ढैंचा और लोबिया जैसी हरी खाद लगा देते हैं। जब वह तैयार हो जाती है तो उसे जमीन में दबा देते हैं, जिससे मिट्टी उपजाऊ हो जाती है। इसके बाद वह केले की खेती करते हैं।
उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि केले की खेती करने से पहले मिट्टी की जांच जरूर कराएं। इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी, लाल लेटराइट मिट्टी तथा काली मिट्टी उपयुक्त होती है। मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।
केले के पौधे लगाने के लिए 4 से 5 फीट की दूरी पर गड्ढा बनाना चाहिए और उसमें पौधे लगाने चाहिए। समय पर सिंचाई करनी चाहिए और उर्वरक के साथ कीटनाशक का भी इस्तेमाल करना चाहिए। बीच-बीच में गोबर की खाद, नीम की खली और जैविक पोटाश डालना चाहिए। इससे पौधे जल्दी तैयार होते हैं, मजबूती मिलती है और फल भी अच्छा मिलता है।

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