बेल वाली सब्जियों के पौधों में फल सड़ने की समस्या से किसानों का नुकसान होता है इस परेशानी को खत्म करने के लिए ये चीजें बहुत उपयुक्त होती है इनमे मौजूद तत्व पौधों को नुट्रिशन प्रदान करते है।
सब्जियों के पौधे में फल सड़न की समस्या से मिलेगा छुटकारा
बेलवर्गीय सब्जियों के पौधों में अक्सर फल सड़ने रोग लगने की काफी समस्या देखने को मिलती है कई किसान इस समस्या से निजात पाने के लिए फंगीसाइड बैक्टीरियासाइड जैसी महंगी-महंगी दवाओं का उपयोग करते है जिसके बावजूद भी फल में सड़न रोग की समस्या खत्म नहीं होती है क्योकि ये फंगस या बैक्टेरिया जनीत समस्या नहीं है ये समस्या कैल्शियम और बोरोन की कमी से आती है। इस समस्या को खत्म करने के लिए हम आपको 2 ऐसी पावरफुल चीजों के बारे में बता रहे है जो इस समस्या को चुटकियों में ठीक कर देती है तो आइये जानते है कौन सी चीज है।
बेलवर्गीय सब्जियों के पौधे में डालें ये चीज
गिलकी-तोरई-लौकी जैसी कई सब्जियों के पौधे में डालने के लिए हम आपको कैल्शियम नाइट्रेट और बोरोन के बारे में बता रहे है। ये पौधों में पोषक तत्व की कमी को पूरा करते है। कैल्शियम नाइट्रेट पौधों को नाइट्रोजन और कैल्शियम प्रदान करता है जिससे उनकी वृद्धि, फलने-फूलने और उपज में बहुत हद तक सुधार होता है। ये फलों की गुणवत्ता आकार, शेल्फ-लाइफ और रंग को बेहतर बनाने में उपयोगी साबित होता है जिससे पैदावार अच्छी मिलती है बोरोन एक महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्व है जो कोशिका भित्ति का निर्माण, शर्करा का संचलन, और परागण के लिए उपयुक्त होता है इसको पौधों में डालने से फूल झड़ना, फल फटना जैसी समस्या को जड़ से खत्म करता है। बोरॉन कोशिका भित्ति को मजबूत करता है जिससे बिमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
ऐसे करें उपयोग
गिलकी-तोरई-लौकी जैसी कई सब्जियों के पौधे में कैल्शियम नाइट्रेट और बोरोन का उपयोग बहुत लाभदायक और जरुरी होता है इनका उपयोग अलग-अलग तरीके से किया जाता है कैल्शियम नाइट्रेट को पौधों की जड़ों में देना है और बोरोन को पौधों में स्प्रे करना है 2 से 3 किलो ग्राम कैल्शियम नाइट्रेट को प्रति एकड़ फसल में डालना है और बोरोन 250 ग्राम प्रति एकड़ की फसल में स्प्रे करना है। ऐसा करने से पौधों को भरपूर पोषण मिलेगा जिससे पौधों में स्वस्थ सुंदर फल लगेंगे।