धान की खेती में अच्छे उत्पादन के लिए पौधों को पोषण से भरपूर खाद देना आवश्यक होता है। तो आइये जानते है पौधों को कौन सी खाद देना चाहिए।
धान की अनगिनत बालियों से झूम उठेगा पूरा खेत
धान की खेती बहुत मुनाफे वाली होती है कुछ किसानों ने धान की अगेती खेती के लिए जून के दूसरे पखवाड़ा में बुवाई की थी और अब उनकी फसल 55 से 60 दिनों की हो गई है ऐसी स्थिति में धान की फसल में बाली निकलने लगती है। बालियां निकलने के समय पौधों को नुट्रिशन से भरपूर खाद की जरूरत होती है जिससे बालियों का विकास अच्छा होता है और दाने अच्छे बनते है। इसलिए किसानों को इस समय फसल में खास ध्यान देना चाहिए क्योकि थोड़ी सी चूंक या लापरवाही की वजह से उत्पादन में गिरावट भी आ सकती है। धान की फसल में बालियां निकलने के समय पोषक तत्व से भरपूर ये खाद दें सकते है।

धान की बालियां निलकने के समय करें ये छिड़काव
धान की फसल में बालियां निकलने के समय छिड़काव के लिए हम आपको NPK 19:19:19 उर्वरक के बारे में बता रहे है इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम का एक उच्च स्रोत होता है ये उर्वरक दानों के वजन और गुणवत्ता को बढ़ाता है साथ ही बालियों में दानों के भराव, दानों में चमक लाता है और पौधों की वृद्धि में भी मदद करता है जिससे धान के पौधे मजबूत होते है और उपज भी जबरदस्त और अधिक मात्रा में होती है। आपको बता दें इसका उपयोग उचित मात्रा में और उचित समय में करना चाहिए।
ऐसे करें इस्तेमाल
धान की फसल में NPK 19:19:19 उर्वरक का छिड़काव बालियां निकलने के समय करना बहुत उपयुक्त साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए एक से दो किलोग्राम NPK 19:19:19 को 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव किया जा सकता है। ऐसा करने से बालियों में दानों का भराव अच्छे से होगा और दानों का वजन भी बढ़ेगा। ध्यान रहे इसका छिड़काव सुबह 8 बजे से पहले या शाम 5 बजे के बाद करना चाहिए
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।