किसानों के लिए खुशखबरी है कि अब खाद की समस्या समाप्त हो गई है। तो चलिए जानते हैं, जिला प्रशासन ने क्या-क्या इंतज़ाम किए हैं।
खरीफ सीजन में खाद की समस्या
खरीफ सीजन में किसानों ने कई तरह की फसलें लगाई हैं, जिनमें धान की खेती अधिकतर किसानों ने की है। धान की खेती में यूरिया का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है। लेकिन बहुत से किसानों को खाद नहीं मिल पा रही थी, जिससे वे परेशान नज़र आ रहे थे।
इसी बीच गोरखपुर से एक अच्छी खबर आई है। यहां बताया जा रहा है कि लक्ष्य से ज्यादा खाद उपलब्ध है, जिससे किसानों को फायदा होगा। वहीं, जो विक्रेता या दुकानदार खाद को लेकर गड़बड़ी कर रहे हैं, उनका लाइसेंस भी रद्द किया जा रहा है। जिससे किसानों को आगे इस तरह की समस्या ना आये।
जिले में है बंपर खाद का भंडार
गोरखपुर के किसानों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। बताया जा रहा है कि जिले में बंपर खाद का भंडार है। हालांकि किसानों को अपनी ज़रूरत के हिसाब से ही खाद लेनी चाहिए, ताकि सभी किसान इसका इस्तेमाल कर सकें। इस साल यूरिया खाद का लक्ष्य 41,280 टन था, लेकिन 48,440 टन उपलब्ध पाई गई। यानी लक्ष्य से ज्यादा खाद किसानों को समय पर मिलेगी। इसमें से 39,055 टन यूरिया खाद किसानों में बांटी भी जा चुकी है।यूरिया के अलावा डीएपी, एनपीके, एसएसपी और एमओपी खाद भी उपलब्ध है। जिनकी मात्रा इस प्रकार रही-
- डीएपी खाद का लक्ष्य 4,974 टन था। पर 12,005 टन खाद किसानों के लिए रखी गई थी।
- वहीं एनपीके का लक्ष्य 2,700 टन था, लेकिन उपलब्धता 6,700 टन रही।
- फिर एसएसपी खाद की बात करें तो लक्ष्य 4,745 टन था, लेकिन इसकी उपलब्धता 1,4000 से अधिक रही।
- इसके आलावा एमओपी खाद का लक्ष्य 760 टन था, जबकि उपलब्धता 2,779 टन रही जो कि बहुत अधिक है।
इस तरह इस साल खाद की उपलब्धता लक्ष्य से कहीं ज्यादा है, जिससे किसानों को समय पर खाद मिल रही।
खाद न मिलने पर यहां करें शिकायत
अच्छी फसल लेने के लिए किसान अलग-अलग तरह की खाद का इस्तेमाल करते हैं। इस समय धान की खेती करने वाले किसानों को यूरिया की सबसे ज्यादा ज़रूरत है।
अगर किसी किसान भाई को समय पर खाद नहीं मिलती है, तो वह शिकायत कर सकता है। इसके लिए जिला कृषि अधिकारी और वरिष्ठ प्राविधिक सहायक के नंबर जारी किए गए हैं। जिसमें जिला कृषि अधिकारी डी. पी. सिंह – 8299644151 वरिष्ठ प्राविधिक सहायक गिरजेश यादव- 9369711209 है। मगर ध्यान रहे कि ये शिकायत नंबर केवल गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) के किसानों के लिए हैं। वही अन्य किसानों की बात करें तो खाद न मिलने पर जिला कृषि अधिकारी, जिलाधिकारी के नियंत्रण कक्ष, राज्य स्तरीय उर्वरक कंट्रोल रूम में संपर्क करें।
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