अगस्त के महीने में इन सब्जियों की खेती किसानों के लिए जैकपॉट की तरह साबित होती है। ये सब्जियां कम दिन और कम खर्चे में बंपर मुनाफा कमाने वाली साबित होती है तो आइये इनकी खेती के बारे में जानते है।
20 अगस्त से पहले लगाएं ये 4 सब्जियां
अगस्त का महीना इन सब्जियों की अगेती खेती के लिए बहुत उपयुक्त है क्योकि ये सब्जियां बाजार में जाते ही धूम मचा देंगी और इनकी कीमत भी जबरदस्त मिलेगी इसलिए 20 अगस्त से पहले इन सब्जियों की बुवाई किसानों को कर देना चाहिए। इनकी डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा होती है ये सब्जियां न केवल कम दिनों में तैयार हो जाती है बल्कि इनकी खेती में बेहद कम लागत आती है। एक एकड़ में इन सब्जियों की खेती करने से मात्र 12 से 15 हजार रूपए का खर्चा आता है।
गाजर की खेती
अगस्त में अगेती गाजर की खेती किसानों के लिए मोटे मुनाफे का जबरदत्स सौदा साबित होती है क्योकि इसकी डिमांड और कीमत दोनों ही बाजार में बहुत ज्यादा देखने को मिलती है गाजर की खेती के लिए उच्च गुणवत्ता वाले अगेती किस्म के बीजों का चुनाव करना चाहिए और बुवाई से पहले बीजों को उपचारित कर लेना चाहिए। गाजर की खेती के लिए उचित जल धारण क्षमता वाली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 70 से 80 दिनों में तैयार हो जाती है। इसकी कीमत बाजार में करीब 40 से लेकर 80 रूपए तक मिलती है। जिससे किसान 2 से 2.5 लाख रूपए की कमाई आराम से कर सकते है।

मूली की खेती
अगस्त में जितना जल्दी हो सके किसान मूली की बुवाई कर लें क्योकि इस समय की मूली का उत्पादन उच्च गुणवत्ता वाला होगा और इसकी कीमत भी अच्छी मिलेगी। ये मूली बाजार में करीब 20 से 30 रूपए के भाव से बिकेगी। इसकी बुवाई के लिए अच्छी किस्म का चयन करना चाहिए जिससे उत्पादन अच्छा होता है। मूली की फसल बुवाई के बाद करीब 50 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है। अगस्त में अगेती मूली की खेती जरूर करना चाहिए।

मेथी की खेती
मेथी की खेती एक लोकप्रिय और लाभदायक व्यवसाय है अगस्त के महीने में मेथी की खेती भी जरूर करना चाहिए हरी मेथी की डिमांड बाजार में बहुत होती है लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है ये मेथी बाजार में जाते ही अच्छी कीमत पर बिकती है। इसकी खेती से आप 1.5 से 2.5 लाख रूपए की कमाई मात्र 40 से 45 दिनों में कर कर सकते है। मेथी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली चिकनी मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसकी बुवाई से पहले गहरी जुताई करनी चाहिए। मेथी के बीज को 2-3 सेमी की गहराई में बोना चाहिए। कतारों के बीच 20-25 सेमी और पौधों के बीच 10-15 सेमी की दूरी रखनी चाहिए।
