टमाटर के पौधे को कीट से बचाने और फलों की पैदावार बढ़ाने के लिए एक खाद सबसे शक्तिशाली साबित होती है इसमें मौजूद तत्व पौधे के लिए बहुत महत्वपूर्ण माने जाते है तो आइये इसका इस्तेमाल करने का उचित तरीका जानते है।
टमाटर के पौधे की 4 गुना तेजी से होगी ग्रोथ
बगीचे में लगा टमाटर का पौधा अक्सर कई बार कीटों के प्रकोप से खराब हो रहा होता है जिससे टमाटर की पैदावार नहीं मिलती है ऐसे में कुछ लोग पौधे को कीटों से मुक्त रखने के लिए अलग खाद और पैदावार बढ़ाने के लिए अलग खाद का इस्तेमाल करते है आज हम आपको एक ऐसी खाद के बारे में बता रहे है जो पौधे में दो काम एकसाथ कर देती है। ये खाद न केवल पौधे को कीड़ों और रोगों से दूर रखती है बल्कि पैदावार को भी बढ़ाती है। इसका उपयोग टमाटर के पौधे में जरूर करना चाहिए।

टमाटर के पौधे में डालें ये मुफ्त की चीज
हम आपको टमाटर के पौधे में डालने के लिए गोबर के उपले की राख के बारे में बता रहे है ये एक प्राकृतिक खाद और जैविक कीटनाशक के रूप में काम करती है। ये टमाटर के पौधे में लगे स्लग और घोंघे जैसे कीटों को नियंत्रित करने के लिए बहुत असरदार साबित होती है। उपले की राख में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे अन्य पोषक तत्व होते है जो टमाटर की ग्रोथ, उपज और गुणवत्ता बढ़ाने में लाभदायक होते है। राख पौधे के विकास और फूलने के लिए बहुत आवश्यक होती है।
राख का उपयोग
टमाटर के पौधे में गोबर के उपले की राख का उपयोग बहुत गुणकारी और असरदार माना जाता है इसका उपयोग करने के लिए सबसे पहले राख को अच्छे से छान लेना है ताकि कोई बड़ा टुकड़ा या प्लास्टिक, कांच की वास्तु गलती से पौधे में जाने के बाद पौधे को नुकसान ना पहुंचाए। इसके बाद पौधे में अगर कीड़े लगे है तो पहले पौधे में पानी की सिंचाई कर दें और फिर राख को पौधे में छिड़क दें जिससे राख अच्छे से पत्तियों में कुछ देर चिपकी रहे। ऐसा करने से पौधे में लगे कीड़े साफ हो जायेंगे। राख को पौधे की मिट्टी में भी डालना है। जिससे पौधे को जरुरी पोषक तत्व मिल सके। इसका उपयोग महीने में 2 बार कर सकते है।