ये पेड़ खेत में लगी फसल को जानवरों से बचाने के लिए सुरक्षा कवच की तरह साबित होता है साथ ही दोगुना कमाई भी करता है तो चलिए इसके बारे में अच्छे से जानते है।
खेत की मेड से होगी लाखों की कमाई
अक्सर किसान जंगली जानवरों से बहुत तंग हो जाते है क्योकि जानवर खेत में घुस कर किसानों की खड़ी फसल को बर्बाद कर देते है जिससे किसानों का बहुत नुकसान होता है आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बता रहे है जो खेत में लगी फसल को जानवरों से बचाने और डबल कमाई कराने के लिए बहुत लाभकारी साबित होता है। इस पेड़ की लकड़ियों की डिमांड बाजार में बहुत अधिक होती है और इसकी लकड़ी मार्केट में अच्छी कीमत पर भी बिकती है। तो आइये जानते है कौन सा पेड़ है।

खेत की मेड पर लगाएं ये पेड़
खेत की मेड पर लगाने के लिए हम आपको तुन के पेड़ के बारे में बता रहे है ये पेड़ न सिर्फ फसल को जानवरों से बचाने के लिए काम आता है बल्कि किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत बनता है। इस को खेत की मेड पर लगाने से जमीन का प्रभावी ढंग से उपयोग होता है इसकी लकड़ी मजबूत टिकाऊ होती है तुन की लकड़ी का इस्तेमाल फर्नीचर, घर निर्माण, बढ़ईगीरी, कागज और संगीत वाद्ययंत्र जैसी कई अनगिनत वस्तुओं को बनाने में होता है। जिससे किसान अच्छी कमाई भी कर सकते है। इस पेड़ में दीमक लगने का खतरा भी नहीं होता है। इस पेड़ को खेत की मेड पर जरूर लगाना चाहिए जिससे खेत में लगी फसल नीलगाय जैसे कई जंगली जानवर से एकदम सुरक्षित रहती है।
तुन के पेड़ की कीमत
आपको बता दें तुन के पेड़ की लकड़ी की कीमत उसकी उच्च गुणवत्ता, आकार और मार्केट की डिमांड पर निर्भय करती है एक परिपक्व तुन का पेड़ बाजार में 1.5 से 2 लाख रुपये में बिक सकता है आम तौर पर तुन की लकड़ी की कीमत करीब 650 से 1200 रूपए प्रति घन फुट तक हो सकती है। तुन के बड़े और मोटे पेड़ों की लकड़ी ज्यादा तर अधिक महंगी होती है।