नकली खाद से किसान परेशान, एक और नकली खाद से भरा ट्रक पकड़ाया, जानिए कहां हुआ नकली खाद का पर्दाफाश-
DAP के नाम पर नकली खाद
अधिक पैदावार लेने के लिए किसान खाद का इस्तेमाल करते हैं। जिसमें DAP खाद बहुत ही ज्यादा आवश्यक होती है। इसमें नाइट्रोजन और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो पौधों की विकास के लिए उत्पादन बढ़ाने में सहायक होते हैं। लेकिन अगर यही डीएपी खाद, नकली किसानों को दे दी जाए तो इससे खेत खराब हो सकता है, उत्पादन घट सकता है, फसल बर्बाद हो सकती है।
जिसमें आपको बता दे कि लंबे समय से नकली खाद की चर्चा हो रही है, और कृषि विभाग भी सतर्क है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के रायसेन में नकली खाद पकड़ी गई है, तो चलिए आपको बताते हैं ग्रामीणों के सराहनीय काम के बारे में।
ग्रामीणों ने किया सराहनीय
दरअसल, रायसेन के पास एक बागोड गांव है जहां पर नकली खाद से भरा हुआ ट्रक चल रहा था और डीएपी खाद के नाम से इस नकली खाद को बेच रहा था। जिससे कई किसानों को नुकसान होता। लेकिन ग्रामीणों की सूज-बूझ से उन नकली खाद वालों का पर्दाफाश हो गया। जब गांव के किसानों को यह भनक पड़ी कि यह खाद सही नहीं है, नकली हो सकती है तो उन्होंने इसकी सूचना प्रशासन को दे दी। जिसके बाद कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारी वहां पहुंच गए और ट्रक को रोक कर खाद की जांच शुरू कर दी। चलिए आगे जानते हैं फिर क्या कार्यवाही हुई।
थाने में हुई FIR दर्ज
जैसे ही कृषि विभाग के अधिकारी वहां पहुंचे। ट्रक की जांच शुरू हुई और उसमें 90 से ज्यादा बोरी नकली खाद की पाई गई। जिसमें पहले तो जांच किया गया और पता चला कि यह खाद नकली है फिर पंचनामा किया गया और उस खाद के साथ उस गाड़ी को भी जप्त कर लिया गया। फिर प्रयोगशाला भोपाल में इस खाद की जांच की गई। सैंपल भेजा गया। जहां पता चला कि यह सच में एक नकली खाद है। उसके बाद थाने में एफआईआर दर्ज हुई और आरोपियों से पूछताछ हो रही है। जिसमें इन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। ऐसा अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद