खेती में मुनाफा कम लागत का ज्यादा आ रहा है, तो आइए एक ऐसी फसल के बारे में बताते हैं जिसमें बेहद कम लागत में ज़्यादा मुनाफ़ा होता है।
किसान की सफलता की कहानी
नमस्कार किसान भाइयों, आज इस लेख के माध्यम से एक नए किसान की सफलता की कहानी लेकर आए हैं ताकि दूसरे किसान भी इसका लाभ उठा सकें। दरअसल, यहाँ हम बात कर रहे हैं किसान सवाई सिंह की, जो राजस्थान के रहने वाले हैं और वो खेती से प्रति बीघा ₹100000 कमाते हैं, जो कि एक बहुत अच्छी रकम है और लागत भी बहुत कम है। तो, सबसे पहले आपको बता देते हैं कि कौन सी फसल लगाते है, उसके बाद जानेंगे कि लागत कितनी आती है, उत्पादन कितना मिलता है।
कौन सी फसल लगाते है
दरअसल, शकरकंद की खेती किसान करते है। कहा जाता है कि शकरकंद की खेती के लिए अच्छा समय गर्मी और बरसात का होता है। शकरकंद की खेती क्यारियों में जिसमें दो कतारों के बीच की दूरी 30 से 45 सेंटीमीटर तक करें। जिसमें दो पौधों के बीच एक फुट की दूरी रखे। पौधा लगाने के लिए 20 सेंटीमीटर गहरा गड्ढा बनाकर उसमें पौधा रोपें। शकरकंद का उपयोग मानव उपभोग के साथ-साथ पशुओं के चारे के लिए भी किया जाता है। इसका उपयोग मिठाई और नमकीन बनाने में भी किया जाता है। इसे उबालकर और भूनकर भी खाया जाता है।
खर्च और आय
किसी भी फसल पर कितना खर्च होता है यह किसान पर निर्भर करता है वह कितनी बेहतर फसल लेना चाहते है और मेहनत कितनी कम करना चाहते है। जिसमें सवाई सिंह बताते हैं कि वह एक बीघा में 5 से ₹6000 खर्च करते हैं, इससे उन्हें 30 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है और उन्होंने बताया कि बाजार भाव 30 से ₹40 है, जिससे उन्हें प्रति बीघा एक लाख की कमाई होती है। वह 6 बीघा में शकरकंद की खेती करते हैं जिससे शकरकंद कहते हैं ₹400000 तक का शुद्ध लाभ प्राप्त होता है। कभी-कभी कीमत कम और ज्यादा होती है।
साथ ही उत्पादन अधिक और कम होने के कारण लाभ में भी उतार-चढ़ाव हो सकता है। लेकिन इसकी मांग बनी रहती है और ज्यादा लोग इसकी खेती नहीं करते हैं जिसके कारण इसकी अच्छी कीमत मिल जाती है।