किसान भाई काले अमरूद की खेती से अधिक कमाई कर सकते हैं, यह हरा-पीला अमरूद से महंगा बिकेगा, तो चलिए जानते हैं इसके फायदे-
सेहत के लिए फायदेमंद काला अमरूद
काला अमरुद हरा और पीला अमरुद से ज्यादा फायदेमंद होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में होते हैं। जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। काला अमरुद देखने में काला होता है लेकिन अंदर से इसका गूदा लाल होता है जो की बहुत अनोखा दिखता है। काले अमरूद के पेड़ की पत्तियां भी लाल होती हैं। इस अमरूद का वजन लगभग 100 ग्राम या इससे ज्यादा हो सकता है, चलिए जानते हैं काले अमरूद की खेती के बारे में।
काले अमरूद की खेती के लिए मिट्टी और जलवायु
किसी भी फसल को लगा रहे हैं तो उसके अनुसार जमीन और मौसम का ध्यान रखें, तभी उत्पादन बढ़िया मिलेगा। जिसमें काले अमरूद की खेती के लिए दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। जिसका पीएच मान 7 से 8 के बीच होना चाहिए तो बेहतर होता है। काले अमरूद की खेती के लिए ठंड का मौसम अच्छा होता है। जिसमें पौधे का विकास बढ़िया तरीके से तेजी से होता है।
काले अमरूद के पेड़ की एक और खासियत होती है कि इसमें औषधीय गुण होते हैं। जिससे इस पेड़ में कीट रोग की समस्या कम आती है। जिससे किसान को खर्च भी कम करना पड़ता है। लेकिन अधिक उत्पादन लेने के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे कि गोबर की पुरानी खाद, वर्मी कंपोस्ट इत्यादि।
काले अमरूद की खेती में कमाई
काले अमरूद की खेती से किसान एक हेक्टेयर से ही लाखों की आमदनी ले सकते हैं। काले अमरूद की फसल 3 साल में तैयार हो जाती है। उसके बाद फल मिलने लगता है, लेकिन किसान भाई चाहे तो 3 साल तक दूसरी फसले बीच-बीच में लगा सकते हैं। जैसे कि सब्जियों की खेती भी बीच-बीच में कर सकते हैं। जब तक यह पेड़ तैयार नहीं होते।
लागत की बात कर तो किसी सामान्य अमरूद की खेती करेंगे तो उससे कम इसमें लागत आएगी। काले अमरूद के पौधे किसान भाई ऑनलाइन मंगा सकते हैं या फिर कृषि विशिष्ट दुकानों पर भी पता कर सकते हैं, साथ ही स्थानीय कृषि केंद्र या फल-फूल की नर्सरी में जाकर भी जानकारी ले सकते हैं, वहां पर भी इसके पौधे मिल सकते हैं।