धनिया-मेथी जैसे मसाले की फसल लगाने के लिए सरकार ₹20000 की आर्थिक मदद कर रही है, चलिए बताते हैं योजना का फायदा किसे और कैसे मिलेगा-
मसाले की खेती में खर्चा कम
कई ऐसे मसालें हैं जिनकी खेती में किसानों को फायदा है। इन मसलों की खेती करके किसान कम खर्चे में अधिक कमाई कर सकते हैं। धनिया, मेथी जैसी मसालें कम समय में, कम खर्चे में, तैयार हो जाती हैं। जिसमें धनिया, मेंथी, अजवाइन, सौंफ, मंगरेला की खेती के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है। जिसमें ₹20000 तक की आर्थिक मदद मिल जाएगी।
बीज मसाले योजना
मसाले की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए बिहार सरकार बीज मसाले योजना चला रही है। जिसके तहत मसाला की खेती करने पर 40 से 50% तक अनुदान किसानों को दिया जाएगा। उद्यान निदेशालय कृषि विभाग बिहार के अनुसार 38 जिलों में इस योजना को शुरू किया गया है। जिसमें प्रति हेक्टेयर अगर ₹50000 का खर्च बैठता है तो 40% मतलब की ₹20000 सब्सिडी के तौर पर दिए जाएंगे।
यह राशि किसानों को दो किस्तों में दी जाएगी। सब्सिडी का पैसा डीबीटी कार्यक्रम के तहत सीएफएमएस द्वारा दिया जाएगा। जिससे कम खर्चे में मसाला की खेती करके आमदनी में वृद्धि कर सकते हैं समय भी कम लगेगा।
योजना का फायदा कैसे मिलेगा
बिहार के किसान मसाला की खेती अनुदान पर करने के लिए इच्छुक है तो बता दे की 0.25 एकड़ से 5 एकड़ तक की जमीन के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय उनके पास भूमि स्वामित्व प्रमाण-पत्र/ऑनलाइन अपडेटेड रसीद/वंशावली/एकरारनामा जैसे दस्तावेज होने चाहिए। तभी किसान पात्र मानें जाएंगे।
जिसमें आवेदन करने के लिए किसानों को डीबीटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा, फिर इस https://horticulture.bihar.gov.in/ पोर्टल पर जाकर बीज मसाला योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। योजना का फायदा किसान भाइयों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा। इसलिए इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द संपर्क करना चाहिए। बरसात में खेती कर रहे हैं तो जल निकासी वाली जमीन का चयन करें तथा बुवाई से पहले खेती गहरी जुताई करें।