किसानों को अगर दुकानदार महंगी या नकली खाद बेंच रहा है तो सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक शिकायत दर्ज करा सकते हैं। चलिए हेल्पलाइन नंबर बता दे-
उत्पादन बढ़ाने के लिए खाद का इस्तेमाल
किसान भाई उत्पादन बढ़ाने के लिए खाद का इस्तेमाल करते हैं। जिसमें खरीफ फसलों की बुवाई शुरू है। जहां पर किसान खेत तैयारी से लेकर पौधों के विकास तक बीच-बीच में दो से तीन बार खाद का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में सभी किसानों को एक साथ खाद की जरूरत पड़ गई है। जिसमें किसानों को लेकर कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही है। कई राज्यों में कुछ दुकानदार किसानों की जरूरत का फायदा उठाकर महंगी खाद बेंचते हैं। इसलिए सरकार कालाबाजारी और मुनाफाखोरी खत्म करने के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
खाद की कीमत
सबसे पहले हम खाद की कीमत की बात कर लेते हैं तो खरीफ सीजन 2025 में नीम लेपित यूरिया की कीमत राज्य सरकार द्वारा 45 किलो की एक बोरी की 266.50 रु है। जिसमें डीएपी की 50 किलो की एक बोरी 1350 रुपए में मिल रही है। यहां पर किसानों से सरकार का अनुरोध है कि जब भी खाद खरीदें तो बिक्री रसीद जरूर रखें, तभी हेल्पलाइन नंबर पर वह शिकायत दर्ज करा पाएंगे। इसलिए इस बात का किसानों को ध्यान रखना होगा।
इस हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करें
बिहार के किसान अगर खाद खरीदने जाते हैं और किसी तरह की गड़बड़ी नजर आती है जैसे की खाद की गुणवत्ता का खराब होना या फिर दुकानदार द्वारा महंगी खाद बेचना तो किसान हेल्पलाइन नंबर 0612-2233555 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। किसानों को व्हाट्सएप नंबर भी दिया गया है जो की 7766085888 है। इस तरह की शिकायत के लिए किसान भाई अपने कृषि विभाग कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हैं। अपने प्रखंड में इसकी जानकारी दे सकते हैं, शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
शिकायत के लिए किसान भाइयों को जो नंबर दिया गया है उस पर सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक संपर्क कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा की जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत कृषि विभाग के तहत किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर दिया गया है। जिसमें किसान खाद से जुड़ी समस्या की शिकायत कर सकते हैं। सरकार की इस नीति के आने से दुकान दार गलत काम करने से पहले एक बार सोचेंगे।