इस फूल की खेती किसानों के लिए बहुत मुनाफे वाली होती है क्योकि इसकी खेती में लागत से कई गुना ज्यादा मुनाफा होता है तो चलिए जानते है कौन से फूल की खेती है।
पैसे छापने की मशीन है ये फूल की खेती
गेंदे की खेती बहुत लाभकारी होती है आज हम आपको गेंदे की एक ऐसी किस्म की खेती के बारे में बता रहे है जो मार्केट में बहुत ज्यादा डिमांडिंग होती है ये किस्म न केवल दिखने में सुंदर होती है बल्कि कई रोगों के प्रति सहनशील भी होती है। इस किस्म के फूलों का आकार बड़ा और रंग गहरे नारंगी होता है गेंदे की ये किस्म अच्छी तरह से बढ़ती है और रोगों के प्रति सहनशील होती है। इसे पूरे भारत में उगाया जा सकता है और इसकी खेती के लिए उपयुक्त समय जून-जुलाई और सितंबर-अक्टूबर होता है हम बात कर रहे है गेंदे की पूसा नारंगी किस्म की खेती की ये गेंदे की एक लोकप्रिय किस्म है जो अपने आकर्षक नारंगी रंग के फूलों के लिए जानी जाती है।

कैसे करें खेती
अगर आप गेंदे की पूसा नारंगी किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। गेंदे की पूसा नारंगी किस्म की खेती के लिए उचित जल निकासी वाली दोमट, बलुई दोमट मिट्टी मिट्टी सबसे अच्छी होती है हल्की जलवायु और 14.5 से 28.6 डिग्री सेल्सियस तापमान फूलों के विकास के लिए अच्छा होता है। नर्सरी में बीजों को बोने के लिए 3×1 मीटर आकार के नर्सरी बेड तैयार करना चाहिए। 10-15 सेमी के पौधे रोपाई के लिए तैयार होते है और 45×45 सेंटीमीटर की दूरी पर पौधों को रोपाई करनी चाहिए। इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुवाई के बाद गेंदे की पूसा नारंगी किस्म की फसल करीब 125-135 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी उपज
अगर आप गेंदे की पूसा नारंगी किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी एक एकड़ में गेंदे की पूसा नारंगी किस्म की खेती करने से करीब 100-120 क्विंटल की पैदावार होती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है गेंदे की पूसा नारंगी किस्म की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है।