गुड़हल के पौधे में अगर फूल नहीं खिल रहे तो चलिए आपको बताते हैं कुछ मुफ्त के उपाय जिससे गुड़हल फूलों से भर जाएगा-
छोटे गुड़हल के पौधे में ढेरों फूल
आपने गुड़हल के कई ऐसे पौधे देखेंगे जो छोटे से रहते हैं, लेकिन उसमें ढेरों बड़े-बड़े फूल खिले रहते हैं। जिसके लिए कुछ उपाय यहां पर बताने जा रहे हैं। अगर आपके गुड़हल के पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं, कलियाँ नहीं बन रही हैं तो यह उपाय कर सकते हैं। इसमें किसी तरह का कोई खर्चा नहीं आएगा। इसे बुजुर्ग माली ने बताया है, उन्हें इसका अच्छा तजुर्बा है, तो चलिए जानते हैं यह उपाय क्या है।
गुड़हल में करें ये 3 फ्री के काम
नीचे लिखे तीन बिंदुओं के अनुसार जाने गुड़हल में कौन से तीन मुफ्त के उपाय करने से फूलों की संख्या बढ़ सकती है-
- सबसे पहले तो आपको यह करना है कि जो पुरानी कलियां है, पुराने फूल है, उनको उनको कैंची से काट दे। जिससे क्या होगा की पौध नए फूल बनाने में अपनी ऊर्जा को खर्च करेगा। फूल अधिक सुंदर और स्वस्थ होंगे, फंगल संक्रमण और कीट का खतरा भी कम होगा।
- इसके अलावा दूसरा काम यह करना है कि इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती को धोकर, सुखा कर एक चम्मच मिट्टी में मिलाना है। जब मिट्टी सूखी हो तो हल्की गुड़ाई करके मिलाएं। अगर आप ताजा चाय पत्ती का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उसे पानी में धो करके, सुखा करके इस्तेमाल कर सकते हैं। तभी यह खाद का रूप ले पाएगी। इसमें नाइट्रोजन होता है जो पौधों के लिए लाभकारी होता है, लेकिन ताजी पत्ती में ज्यादा नाइट्रोजन होता है, इसलिए या तो बहुत कम मात्रा में इस्तेमाल करें या धो करके, सुखा करके फिर उसका इस्तेमाल करें।
- अब तीसरे काम की बात करें तो यहां पर आपको प्याज के छिलके लेने हैं, और पानी के साथ उन्हें लगभग 48 घंटे के लिए भिगो करके, ढक करके, छांव वाली जगह पर रख दे। उसके बाद इसे छान करके 100 एमएल आधा लीटर पानी में मिलाकर मिट्टी में डालें। गुड़हल के पौधे की मिट्टी सूखी हुई होनी चाहिए, तभी यह तरल खाद उसमें डालें, प्याज के छिलके की तरल खाद में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जैसे कि नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन आदि।