महिला किसानों के लिए बड़ी अच्छी खबर है, ‘एक बगिया मां के नाम’ प्रोजेक्ट के अंतर्गत फलों की खेती करने पर ₹3 लाख की आर्थिक सहायता मिलेगी-
फलों की खेती के लिए आर्थिक मदद
फलों की खेती में किसानों का मुनाफा है, तथा फलदार पेड़ लगाने से कई फायदे मिलते हैं। जैसे कि पर्यावरण, स्वास्थ्य और आर्थिक लाभ। फलदार पेड़ फल प्रदान करते हैं, साथ ही हवा को शुद्ध करने, मिट्टी के कटाव को रोकने, पक्षियों और अन्य वन्य जीव को आवास प्रदान करते हैं।
यही सब लाभ देखते हुए मध्य प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक शानदार पहल की घोषणा की गई है। जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ऐलान कर दिया कि प्रदेश में महिलाओं को फलदार पेड़ लगाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी।
एक बगिया मां के नाम
मध्य प्रदेश में एक बगिया मां के नाम प्रोजेक्ट शुरू हो रहा है। जिसमें फलों का बाग लगाने पर महिलाओं को आर्थिक सहायता मिलेगी। योजना 15 अगस्त 2025 से शुरू होगी। इस योजना के अंतर्गत 30000 एकड़ में बागवानी करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें हजार करोड रुपए का खर्चा होगा। इस योजना के तहत महिलाओं को फलदार पौधे लगाने में, खाद डालने, तथा सिंचाई के लिए भी आर्थिक मदद मिलेगी। इतना ही नहीं फसल की सुरक्षा के लिए तारबंदी करने के लिए भी अनुदान दिया जाएगा। साथ ही फलों की खेती करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण भी मिलेगा। जिसमें बागवानी प्रशिक्षण प्राप्त करके सही तरीके से खेती कर पाएंगे।
कैसे मिलेगा योजना का फायदा
एक बगिया मां के नाम प्रोजेक्ट मनरेगा के द्वारा चलेगा। जिसमें 30000 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सम्मिलित करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें निजी जमीन में 30 लाख से ज्यादा फलदार पौधे लगाए जाएंगे। यह योजना 15 अगस्त से 15 सितंबर 2025 तक चलेगी, जिसमें पौधारोपण किया जाएगा। अगर महिलाएं इस योजना का लाभ लेना चाहती हैं तो आजीविका मिशन के द्वारा आवेदन कर सकती हैं। वहां पर उन्हें पूरी जानकारी मिल जाएगी। जिन महिलाओं के पास उनके नाम जमीन नहीं है, वह अपने परिवार के सदस्यों के जमीन पर खेती कर सकती है। बस उनके द्वारा लिखित अनुमति लेनी होगी। इस योजना का लाभ लेकर महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो सकती है।