देसी मछली पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं तो सरकार से ही अनुदान लेकर कम खर्चे में अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं-
मछली पालन में आमदनी
मछली पालन में अच्छी आमदनी है, बस आपके पास उसकी बिक्री करने के लिए बाजार होना चाहिए। मछली पालन से किसी भी तरह का व्यवसाय करना चाहते हैं तो सरकार आपकी मदद कर रही है, 60% अनुदान दे रही है। जिसके बाद सिर्फ 40% ही खर्च करना पड़ेगा। जिसमें पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा किसानों को मत्स्य प्रजाति विविधिकरण योजना के तहत 60% अनुदान दिया जा रहा है, तो चलिए जानते हैं लागत कितनी आएगी, अनुदान कितना मिलेगा।
मछली पालन के लिए 7 लाख रु अनुदान
यहां पर बिहार राज्य सरकार की बात की जा रही है। जिसमें आपको बता दे की पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार से मत्स्य प्रजाति विविधिकरण योजना शुरू की गई है। जिसमें वित्तीय वर्ष 2025-26 में देसी मछली पालन करने के लिए अनुदान आमंत्रित किए गए हैं। जिसमें 60% अनुदान मिलेगा। यहां पर अगर माइनर क्रॉप हैचरी की स्थापना करते हैं तो 13 लाख तक इकाई लागत आती है, जिसमें 60% अनुदान यानी के 7 लाख रुपए अनुदान मिल रहा है।
वही कैटफिश हैचरी की स्थापना करने पर 15.37 लाख प्रति का इकाई लागत आती है, माइनर कॉर्प ‘पालन मात्स्यिकी’ की योजना में 94000 प्रति इकाई की लागत आती है। इसके अलावा कैट फिश एवं अन्य मछलियाों की ‘पालन मात्स्यिकी’ की योजना में 1.35 लाख लागत आती है, जिसमें 60% अनुदान मिल जाएगा।
योजना का लाभ कैसे उठाएं?

योजना का लाभ लेने के लिए किसान भाई इस https://state.bihar.gov.in/main/CitizenHome.html आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं। आवेदन के अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 रखी गई है। इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए इस https://state.bihar.gov.in/ahd/CitizenHome.html वेबसाइट पर किसान भाई विजिट कर सकते हैं। देसी मछली पालन करने के लिए उत्साहित किया जा रहा है।