धान की खेती में अच्छे बंपर उत्पादन के लिए बीजों का उपचार करना बहुत महत्वपूर्ण काम होता है आज हम आपको धान के बीजों को उपचारित करने के लिए एक ऐसी चीज के बारे में बता रहे है जो धान की फसल को कीटों और रोगों से मुक्त रखने के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है ये चीज आपको आपके घर में ही आसानी से मिल जाएगी बीजों को उपचारित करने का ये एक देसी और लाभकारी तरीका है। इसका उपयोग धान के बीजों को उपचारित करने के लिए जरूर करना चाहिए।

2 लीटर पानी में डालें 10 रूपए की ये चीज
धान की खेती में अच्छे उत्पादन के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करने के बाद बीजों को उपचारित करने के लिए हम आपको नमक और पानी के घोल के बारे में बता रहे है धान के हल्के और खराब बीजों को अलग करने का ये एक प्राकर्तिक और देसी तरीका है। इस घोल में बीजों का उपचार करने से बेहतर अंकुरण होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है जिससे स्वस्थ और मजबूत पौधे प्राप्त होते है और पौधों में कीट रोग लगने का खतरा भी नहीं रहता है।
कैसे करें उपयोग
धान की खेती में बीजों को उपचारित करने के लिए नमक और पानी के घोल का उपयोग बहुत ज्यादा उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए 10 लीटर पानी में एक किलो नमक को घोलना है फिर एक अंडे को पानी में डालना है और देखना है की अंडा पानी में बैठ गया या फिर ऊपर आ गया है अगर अंडा पानी में ऊपर तैरने लगा है तो समझ लें की अब उपयुक्त घोल बनकर तैयार है। इस घोल में 8 किलो बीजों को डालना है लकड़ी की मदद से हिलाते रहना है हल्के और खराब बीज ऊपर तैरने लग जाएँ तो उन्हें छन्नी की मदद से निकालकर फेंक देना है नीचे बैठे बीजों को पानी से अच्छी तरह धोकर धूप में सूखा लेना है ऐसा करने से कीट रोग लगने का खतरा कम हो जाता है जिससे फसल को बीमारियों से बचाया जा सकता है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।