farmer’s success story: सोने वाला टमाटर लगाकर हो सकते हैं मालदार, ग्रेजुएट लड़की ने बताया 5 गुना कैसे पाएं कीमत, और खर्चा कैसे घटाएं

टमाटर के भाव 5 गुना बढ़ाना चाहते हैं, खेती में आने वाले खर्च को घटाना चाहते हैं, तो चलिए बताते हैं इस ग्रेजुएट लड़की ने किसानों को क्या जानकारी दी है-

किसान की सफलता की कहानी

बीच में एक समय आया था जब युवा प्राइवेट नौकरियां को ज्यादा जरूरी मान रहे थे, और पूरा दिन उसमें मेहनत करके कुछ हजार रुपए की कमाई कर रहे थे। लेकिन अब कुछ युवा ऐसे भी है जो खेती की तरफ आकर्षित हो रहे हैं, और लाखों करोड़ों का मुनाफा ले रहे हैं। जैसे कि आज एक लड़की की बात कर रहे हैं जो की 20 साल की उम्र से अपने पिता के साथ शानदार खेती कर रही है, जिससे अच्छी कमाई कर रही है।

खेती में उन्होंने आधुनिक तरीकों को अपनाकर उत्पादन को बढ़ाया है। उनका नाम शुभावारी चौहान है और सहारनपुर जनपद की रहने वाली है, तो चलिए आपको बताते हैं वह कैसे खेती करती हैं, कौन सी वेराइटी लगाती हैं, बिक्री कैसे करती है।

टमाटर की ये वैरायटी है सोने वाली

दरअसल, वह टमाटर की एक खास वैरायटी की खेती कर रही है। जिसे सोने वाली वैरायटी भी कह सकते हैं। क्योंकि इसका रंग गोल्डन होता है। टमाटर के इस बीज की वैरायटी 1056 है, जिसके टमाटर सुनहरे रंग के होते हैं, जो की गोल्डन दिखाई पड़ता है। यह बीज उन्हें दिल्ली की कंपनी से ही मिला है। वह बताती है कि इससे अच्छी फसल तैयार हुई है, और इसका बाजार भाव भी अच्छा मिलेगा। क्योंकि उनका खेती का तरीका गजब का है।

दरअसल, वह जैविक खेती करती हैं। आपको बता दे कि आजकल लोग सेहत के प्रति बहुत ज्यादा जागरूक हो गए हैं। जैविक खेती करके जो अनाज, फल, सब्जी तैयार होता है, उसे ज्यादा कीमत देकर खरीदते हैं। इसीलिए महिला किसान का भी मानना है कि उन्हें भी अच्छी कीमत मिलेगी। क्योंकि वह पूरी तरह से जैविक खेती करती है, तो चलिए आपको बताते हैं खेती की लागत कैसे घटा रही है, खाद, कीटनाशक आदि का खर्चा कैसे बचा रही है।

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खेती का ये तरीका घटाता है खर्च, बढ़ाता है मुनाफा

वह खाद, कीटनाशक आदि का ज्यादातर पैसा बचा लेती हैं। जिसमें मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए हरी खाद का इस्तेमाल करती हैं। जिसमें उन्होंने बताया ढैंचा की फसल भी लगाते हैं, इसके अलावा वह गोपालन भी करते हैं। जिससे गोमूत्र और गाय का गोबर भी मिल जाता है। जिससे खाद, कीटनाशक आदि तैयार कर लेते हैं। इसके अलावा वह आधुनिक तकनीक को का भी इस्तेमाल करते हैं। जिसमें मल्चिंग लगाकर टमाटर की खेती करते हैं। जिससे खरपतवार की समस्या कम आती है।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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