इस सब्जी की खेती बहुत लाभकारी मानी जाती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है लोग इसका सब्जी का सेवन करना बहुत पसंद करते है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।
बरसात में करें इस सब्जी की खेती
बरसात के मौसम में गिलकी की खेती के लिए ये किस्म उपयुक्त होती है इसकी खेती में ज्यादा दिन नहीं लगते है इस किस्म के फल मध्यम आकार के गुदेदार और पतले होते है। इसकी खेती से न केवल ज्यादा उपज मिलती है बल्कि ये किस्म कई रोगों के प्रति प्रतिरोधी भी होती है। आप गिलकी की इस किस्म की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है गिलकी की काशी दिव्या किस्म की खेती की ये गिलकी की एक उन्नत किस्म है।

कैसे करें खेती
अगर आप गिलकी की काशी दिव्या किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। गिलकी की काशी दिव्या किस्म की खेती के लिए जल निकासी वाली बलुई दोमट या दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसके पौधे इस किस्म के बीज द्वारा लगाए जाते है इसकी खेती में खेत की तैयारी के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करनी चाहिए फिर 2-3 बार हैरो या कल्टीवेटर से जुताई करके खेत को समतल कर लेना चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए। बुवाई के बाद गिलकी की काशी दिव्या किस्म की फसल करीब 50 दिनों में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है।
कितनी होगी उपज
अगर आप गिलकी की काशी दिव्या किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत अधिक पैदावार और कमाई देखने को मिलेगी एक हेक्टेयर में गिलकी की काशी दिव्या किस्म की खेती करने से करीब 130-160 क्विंटल की पैदावार देखने को मिलेगी। आप इसकी खेती से लाखों रूपए का मुनाफा कमा सकते है। ये गिलकी की एक उत्तम किस्म है।