अरहर की ये किस्म की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है क्योकि ये उच्च गुणवत्ता वाली किस्म है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
जून के अंतिम में करें अरहर की ये किस्म की खेती
अरहर की ये किस्म की खेती किसानों के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है इसकी खेती में ज्यादा खर्चा नहीं आता है इसकी खेती से न केवल ज्यादा उत्पादन मिलता है बल्कि ये कई रोगों के प्रति प्रतिरोधी भी होती है। इस किस्म के दाने अच्छी गुणवत्ता वाले होते है जो मार्केट में बहुत डिमांडिंग होते है आप अरहर की इस किस्म की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है अरहर की पारस किस्म की खेती की ये अरहर की एक लोकप्रिय और अधिक उपज देने वाली किस्म है। ये किस्म पकने में मध्यम समय लेती है और अच्छी उपज के लिए जानी जाती है।

कैसे करें खेती
अगर आप अरहर की पारस किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी अरहर की पारस किस्म की खेती के लिए उचित जल निकासी वाली मिट्टी सबसे अच्छी होती है इसकी बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए। बुवाई से पहले बीजों को राइजोबियम कल्चर और पीएसबी (फॉस्फेट घुलनशील जीवाणु) से उपचारित करना चाहिए। बुवाई के बाद अरहर की पारस किस्म की फसल करीब 135 से 140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी उपज
अगर आप अरहर की पारस किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी एक हेक्टेयर में अरहर की पारस किस्म की खेती करने से करीब 25 से 30 क्विंटल की पैदावार हो सकती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए कमा सकते है बाजार में इसका भाव करीब 120 से 150 रूपए प्रति किलो तक रहता है। ये अरहर की एक उच्च पैदावार देने वाली किस्म है।