पशुपालकों के लिए बड़ी खुशखबरी, पशुओं का इलाज सस्ते में बिना किसी झंझट के होगा, जानिए टोल फ्री नंबर-
पशुओं के इलाज से जुड़ी समस्याएं
पशुपालन से कमाई करना एक अच्छा विकल्प है, लेकिन इस महंगाई में पशुपालन करने में कई तरह के खर्चे आते हैं, पशु ही महंगे पड़ते हैं, और अगर पशु बीमार पड़ जाए, किसी कारण से उनकी मृत्यु हो जाए, तो की पशुपालक को बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है। इसलिए पशुपालकों को अपने पशुओं में किसी तरह की गड़बड़ी नजर आए तो तुरंत पशुओं के डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लेकिन इन सब में खर्च आता है।
कभी-कभी पशुपालको पशु की सेहत के बारे में जानने में देरी हो जाती है, और फिर चिकित्सालय ले जाने में देरी होने से पशु अधिक बीमार हो जाते हैं या फिर उनकी मृत्यु हो जाती है। ऐसे में सरकार पशुपालकों की मदद कर रही है घर बैठे उन्हें पशुओं के इलाज की सुविधा दे रही है वह भी बेहद कम खर्चे में, जिससे पशुपालक को तुरंत ही इस सुविधा का फायदा दिया जाता है, तो चलिए आपको उस टोल फ्री नंबर के बारे में बताते हैं, जिसमें फोन करके पशु विशेषज्ञ घर पर ही आ जाएंगे।
इस टोल फ्री नंबर पर करें संपर्क
दरअसल, उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों को एक टोल फ्री नंबर दिया गया है, जिस पर फोन करके पशुओं का इलाज घर पर ही करवा सकते हैं। वह लोग वैन लेकर आते हैं और उसमें पशुओं के इलाज के लिए दवाई होती है, टोल फ्री नंबर 1962 है जिस पर पशुपालक कॉल कर सकते हैं। उन्हें फिर मोबाइल वेटरनरी वैन की सुविधा मिलेगी। एक प्रशिछित चिकित्सक की टीम आती है और पशुओं का इलाज करती है।
2 से ₹10 में पशुओं का इलाज हो जाता है। इस नंबर पर फोन सुबह 10:00 से शाम 8:00 बजे के बीच कर सकते हैं। इससे पशुपालकों को भाग दौड़ या अन्य खर्च नहीं करने पड़ेंगे। पशुपालन में आने वाली सबसे बड़ी समस्या पशुओं के इलाज की थी जिसके लिए सरकार ने बढ़िया व्यवस्था कर दी है।