अगर धान की नर्सरी बढ़ नहीं रही है तो चलिए बताते हैं क्या उपाय करने से रुकी हुई ग्रोथ तेजी पकड़ लेगी, और कीटों की समस्या से भी राहत मिलेगी-
धान की नर्सरी का समय
खरीफ सीजन में अधिकतर किसान मुख्य तौर पर धान की खेती करते हैं। इस समय धान की नर्सरी किसान तैयार कर रहे हैं, अगर सही समय पर धान की नर्सरी तैयार की जाती है, तो कल्ले की संख्या अधिक आती है। जिसमें क्षेत्र और मानसून के अनुसार धान की नर्सरी तैयार करने का समय होता है। उत्तर भारत में 15 जून से 15 जुलाई के बीच धान की नर्सरी तैयार की जाती है, जबकि पूर्वी भारत में 20 जून से 10 जुलाई के बीच धान की नर्सरी तैयार करते हैं।
अगर आपने धान की नर्सरी लगा दी है लेकिन उसकी ग्रोथ रुकी हुई है, 10 दिन से विकास नहीं हो रहा है तो चलिए बताते हैं इसके लिए क्या करना है।

धान नर्सरी की ग्रोथ बढ़ाने के लिए उपाय
अगर धान की नर्सरी को तैयार होने में अधिक समय लग जाता है तो इसे किसान को नुकसान हो सकता है ऐसे में कृषि एक्सपर्ट का कहना है कि ह्यूमिक एसिड का इस्तेमाल कर सकते हैं अगर कीटों की समस्या है तो इमामेक्टिन बेंजोएट 5 एसजी डाल सकते हैं, चलिए जानते हैं कितनी मात्रा में डालना है।
कितनी मात्रा में इस्तेमाल करें
ह्यूमिक एसिड बहुत ज्यादा नहीं डाला है, एक लीटर पानी में सिर्फ दो ग्राम डालना है और बढ़िया से घोल तैयार करके खेतों में छिड़कना है। इसके अलावा इमामेक्टिन बेंजोएट 5 एसजी डाल रहे हैं तो यह एक ग्राम 1 लीटर पानी के हिसाब से इस्तेमाल करें अगर किसानों को बीते वर्ष कीटों का हमला दिखाई दिया था तो फिर यह उनके लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी होगा। इससे फसल अच्छी होगी कीटों से नुकसान नहीं होगा।