बरसात के मौसम में तुलसी के पौधे को हरा भरा बनाने के लिए देखभाल के साथ ये खाद जरूर देनी चाहिए। तो चलिए जानते है कौन सी खाद है।
नई पत्तियों से झूम जाएगा तुलसी का पौधा
अक्सर तुलसी के पौधे में मंजरी आने के बाद पौधे की ग्रोथ सही से नहीं हो पाती है क्योकि पौधा अपने सारे पोषक तत्व और अपनी पूरी एनर्जी को बीज बनाने में लगा देता है जिससे पौधा सूखने भी लगता है इसलिए जब भी तुलसी के पौधे में मंजरी आने लगे तो नियमित रूप से मंजरी (फूलों के गुच्छे) को हटाते रहें और पौधे की छंटाई करें। जिससे तुलसी का पौधा अधिक घना और झाड़ीदार बनेगा। इसके अलावा तुलसी के पौधे में पोषक तत्व से भरपूर खाद डालनी चाहिए जिससे पौधे में पोषक तत्व की कमी नहीं होती है।

तुलसी के पौधे में डालें ये एक खाद
तुलसी के पौधे में डालने के लिए हम आपको सरसों की खली के बारे में बता रहे है सरसों की खली के लिए एक प्राकृतिक जैविक खाद है। सरसों की खली में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व होते है जो तुलसी के पौधे को हरा-भरा और स्वस्थ रखने में मदद करते है। इसको पौधे में डालने से पौधे की ग्रोथ तेजी से होती है ये मिट्टी की संरचना को भी सुधारती है और जल धारण क्षमता को बढ़ाती है। बरसात के मौसम में सरसों की खली का उपयोग तुलसी के पौधे में जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
तुलसी के पौधे में सरसों की खली का उपयोग बहुत ज्यादा उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए 1 लीटर पानी में 100 ग्राम सरसों की खली को 2-3 दिनों के लिए भिगोकर रखना है फिर इस घोल में थोड़ा ओर पानी मिलाकर तुलसी के पौधे की जड़ों में डालना है ऐसा करने से पौधे को महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्राप्त होंगे जिससे पौधे में नई-नई पत्तियां आएंगी और पौधा बहुत घना होगा।