धान की खेती कम लागत में करना चाहते हैं, उत्पादन अधिक प्राप्त करना चाहते हैं, तो चलिए एक ऐसी वैरायटी के बारे में बताते हैं जिस पर सरकार की तरफ से अनुदान मिल रहा है-
धान की इस वैरायटी पर सब्सिडी
धान की खेती के लिए अधिक पानी की जरूरत पड़ती है, अन्य फसलों के मुकाबले इसे ज्यादा सिंचाई चाहिए होती है। जिसमें कुछ इलाके ऐसे हैं जहां किसान सूखा की समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन सूखाग्रस्त में भी धान की खेती की जा सकती है। जिसमें आपको बता दे की हाइब्रिड धान की वैरायटी जिसका नाम अराइज 6444 गोल्ड है इसके बीज सब्सिडी पर दिए जा रहे हैं। क्योंकि अन्य वैरायटी के तुलना में इससे किसान 20 से 25% ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं किन किसानों को फायदा मिलेगा।
इन किसानों को प्रति किलो 150 रुपए अनुदान
धान के बीज अगर किसानों को अनुदान पर दिए जाते हैं तो खेती की लागत कम हो जाएगी। जिसमें बिहार के गया जिले में जहां किसान बारिश पर आश्रित होकर खेती करते हैं सूखाग्रस्त इलाका है, तो उन्हें हाइब्रिड धान अराइज 6444 गोल्ड धान के बीज सब्सिडी पर दिए जा रहे हैं। जिसमें किसानों को प्रति किलो 150 रुपए का अनुदान मिल रहा है।

दरअसल इसकी खेती में प्रति किलो लागत 437 रुपए आती है, इसलिए सरकार ने किसानों को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
कितने दिन में होती है तैयार
धान की अराइज 6444 गोल्ड किस्म की खेती किसान करते हैं तो यह 130 से 140 दिन में तैयार हो जाती है। इस वैरायटी की एक खासियत यह भी है कि यह BLb के प्रति सहनशील है। यह एक रोग है जो धान की फसल को नुकसान पहुंचाता है। इसके पौधे मजबूत होते हैं जिससे इनका विकास भी तेजी से होता है। बायर क्रॉप साइंस द्वारा इसका विकास किया गया है। इसकी बुवाई किसान भाई 1 सेंटीमीटर से कम गहराई में करें। यह धान की बेस्ट किस्मों में से एक है। लेकिन किसानों को अपने क्षेत्र के अनुसान किस्मों का चयन करना चाहिए।