इन दोनों चीजों का उपयोग लौकी के पौधे के लिए बहुत लाभकारी साबित होता है इनमे मौजूद तत्व पौधे में पोषक तत्व की कमी को पूरा करते है। तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।
बेल में नीचे से ऊपर तक लद जाएगी लौकी
लौकी के पौधे में आयरन की कमी होने से पत्तियाँ पीली हो जाती है और पौधे का विकास नहीं हो पाता है ऐसे में पौधे को पोषक तत्व से भरपूर फर्टिलाइजर की जरूरत होती है आज हम आपको लौकी के पौधे के लिए कुछ ऐसी चीजों से बने लिक्विड फर्टिलाइजर के बारे में बता रहे है जो लौकी के पौधे के लिए संजीविनी बूटी का काम करता है इस फर्टिलाइजर को आप अपने घर में रखी कुछ चीजों से आसानी से तैयार कर सकते है। इसको पौधे की जड़ के पास डालने से पौधे को भरपूर पोषण प्राप्त होता है जिससे बेल में स्वस्थ लौकी लगती है।

लौकी की जड़ में डालें ये चीज
लौकी की जड़ में डालने के लिए हम आपको छाछ और कील के बारे में बता रहे है छाछ पौधे के लिए एक प्राकृतिक उर्वरक और कीटनाशक के रूप में काम करता है। छाछ में कैल्शियम, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते है जो लौकी के पौधे के विकास और फलने-फूलने के लिए आवश्यक होते है। साथ ही फूल झड़ने की समस्या भी खत्म करते है छाछ में मौजूद लाभकारी बैक्टीरिया मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करते है जिससे जड़ों का विकास मजबूत होता है जंग लगी कील लौकी के पौधे में आयरन की कमी को तेजी से पूरा करती है कीट से पौधे को आयरन मिलता है जो क्लोरोफिल उत्पादन और स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक है। इससे लौकी के पौधे की वृद्धि और पैदावार में सुधार होता है। लौकी के पौधे में इन दोनों चीजों का उपयोग जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
लौकी के पौधे में छाछ और कील का उपयोग बहुत ज्यादा उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इनका उपयोग करने के लिए सांसे पहले लौकी की जड़ के पास 1 जंग लगी कीट को मिट्टी में दबा देना है और पानी की हलकी सिंचाई कर देना है ऐसा करने से पौधे को आयरन प्राप्त होगा। इसके बाद आधे लीटर छाछ में 2 से 3 कील को डालकर कुछ देर के लिए छोड़ देना है फिर इस फर्टिलाइजर में एक लीटर पानी ओर मिलाकर पौधे में डालना है ऐसा करने से लौकी के पौधे को भरपूर पोषण मिलेगा जिससे पौधे में लौकी खूब अधिक मात्रा में आएगी।