करेले की ये किस्म बंपर उत्पादन के लिए बहुत उपयुक्त होती है इसकी खेती में लागत बहुत कम आती है तो चलिए जानते है कौन सी किस्म है।
जून में जरूर करें करेले की ये किस्म की खेती
करेले की खेती बहुत लाभकारी होती है लेकिन इसकी खेती में अच्छी उपज के लिए उच्च गुणवत्ता वाली किस्म का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण काम होता है आज हम आपको करेले की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो कई रोगों के प्रति प्रतिरोधी होती है जिससे फसल को कीट रोग लगने का खतरा कम होता है इस किस्म के फल आकर्षक हरे रंग के होते है और उनकी लंबाई लगभग 20-22 सेमी होती है। इसकी डिमांड बाजार में खूब होती है हम बात कर रहे है करेले की नवभारती किस्म की खेती की ये करेले की एक हाइब्रिड किस्म है।

कैसे करें खेती
अगर आप करेले की नवभारती किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। करेले की नवभारती किस्म की खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है इसके पौधे इस किस्म के बीज के माध्यम से लगाए जाते है इसके बीज आपको बाजार में बीज भंडार की दुकान में आसानी से मिल जायेंगे। इसकी बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए। और मिट्टी में जैविक खाद डालनी चाहिए बुवाई के बाद करेले की नवभारती किस्म की फसल करीब 55-60 दिनों में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप करेले की नवभारती किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त उपज और कमाई देखने को मिलेगी। करेले की नवभारती किस्म की प्रत्येक बेल में 35 से 40 फल आते है एक एकड़ में इसकी खेती से आप लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है ये करेले की एक उच्च गुणवत्ता वाली किस्म है इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।