अगर धान की खेती करने जा रहे हैं तो आपको बता दें कि कौन सी किस्म दमदार है और उसके लिए आपको ₹6000 सब्सिडी मिलेगी-
धान की खेती
धान की खेती का समय आ गया है, कई किसान धान की खेती करने लगे हैं, ऐसे में किसान धान की अच्छी उन्नत किस्म की तलाश में हैं ताकि उन्हें अच्छा उत्पादन मिले, इसलिए हम हर रोज धान के बीजों की किस्म की जानकारी लेकर आ रहे हैं, जिसमें आज हम उस राज्य के किसानों की बात करेंगे जिन्हें सरकार की तरफ से धान की खेती के लिए ₹6000 की सब्सिडी दी जा रही है, लेकिन यहां एक मुख्य किस्म की खेती करनी होगी तभी उन्हें सब्सिडी का लाभ मिला है, यह किस्म खास है, इसे GI टैग मिला है, इसका स्वाद अच्छा है और खुशबू भी बेमिसाल है, तो चलिए आपको बताते हैं इसका नाम।

धान की इस किस्म को लगाने पर मिलेगी सब्सिडी
कई तरह की धान की खेती से जुड़ी योजनाएं सामने आ रही हैं, जिसमें आज हम बात कर रहे हैं बिहार के कतरनी धान की किस्म की, जिसे जीआई टैग मिला है और इसका स्वाद और सुगंध काफी अच्छा है। अगर किसान इस किस्म की खेती करते हैं तो सरकार ₹6000 प्रति एकड़ का अनुदान देगी। लेकिन यहां आपको बता दें कि यह पैसा दो किस्तों में दिया जाएगा, पहला रोपाई के बाद और दूसरा जब धान की बाली आ जाएगी और उसका भौतिक सत्यापन कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा किया जाएगा, तभी लाभ दिया जाएगा।
इस किस्म के धान को लगाने के लिए भागलपुर, बांका और मुंगेर जिले के कुछ प्रखंडों का चयन किया गया है। आइए आपको बताते हैं कि बीज के लिए आवेदन कैसे करना है।
आवेदन की प्रक्रिया क्या होगी?
अगर भागलपुर, बांका और मुंगेर जिले के रहने वाले हैं तो बता दें कि सुल्तानगंज, शाहकुंड, जगदीशपुर, गौरीडीह, सन्हौला, रजौन, अमरपुर, बाराहाट, बौंसी और मुंगेर के कुछ प्रखंडों का चयन किया गया है। योजना का लाभ लेने के लिए किसान बीज निगम के पोर्टल https://brbn.bihar.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं। बिहार कृषि विश्वविद्यालय और सबौर से प्रमाणित कतरनी धान का बीज किसानों को सब्सिडी पर उपलब्ध होगा, जिससे खेती की लागत बहुत कम हो जाएगी और इस किस्म को जीआई टैग मिला है, इसलिए यह खास है और किसानों को इसकी अच्छी कीमत भी मिलेगी।