इस लेख में धान की खेती के लिए नई मेडागास्कर विधि की जानकारी दी गई है जिससे किसान पिछले साल के मुकाबले 3 गुना ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं-
धान की खेती
धान की खेती का समय आ गया है अब किसान धान की पहले नर्सरी तैयार करेंगे उसके बाद रोपाई करके खेती करेंगे। धान की खेती के लिए इस समय कई विधियां बताई जा रही है। जिसके बारे में हम आपको समय-समय पर जानकारी देते रहते हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश के रीवा के कृषि विभाग और कृषि महाविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिको ने धान की एक नई विधि के बारे में जानकारी दी है जिसका नाम मेडागास्कर विधि है।
इस विधि से बताया जाता है कि 35 से 50 क्विंटल तक उत्पादन लिया जा सकता है। जिससे किसानों की आमदनी में तीन गुना वृद्धि देखने को मिलेगी तो चलिए आपको बताते हैं इस विधि से कैसे खेती की जाती है।
मेडागास्कर विधि से कैसे होगी धान की नर्सरी तैयार
किसान भाई धान की नर्सरी मेडागास्कर विधि से तैयार करने के लिए आपको कुछ अलग से नहीं करना है बल्कि थोड़ा सा तरीका बदलना है। जिसमें सबसे पहले खेत बढ़िया से तैयार करें, जमीन को भुरभुरा बनाएं। फिर क्यारी यानी कि बेड बनाकर नर्सरी तैयार करना है। भुरभुरी मिट्टी में जैविक खाद और राख भी मिला दीजिए। उसके बाद 120 ग्राम बीज एक क्यारी में डालिए लगभग 15 20 दिन में पौधे तैयार हो जाएंगे। 21 वे दिन रोपाई कर सकेंगे।
एक हेक्टेयर में इस विधि से खेती करने पर 6 से लेकर 8 किलो बीज की जरूरत पड़ती है जिसमें विभिन्न प्रकार के किस्म पर बीज की मात्रा निर्भर कर सकती है।
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रोपाई कैसे करेंगे
नर्सरी तैयार होने के बाद किसान रोपाई कर सकते हैं जिसके लिए बढ़िया खेत की गहरी जुताई करें जिससे उपजाऊ मिट्टी बढ़िया से आपस में मिल जाए। फिर खेत को साफ करके 20*20 सेमी की दूरी में रोपाई कीजिए। जिससे पौधे का विकास अच्छे से होता है। मिट्टी में हल्की नमी बनाए रखिए। बहुत ज्यादा पानी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस विधि से खेती करने पर पानी की बचत होती है। दो-तीन दिन के अंतराल में सिंचाई आवश्यकता के अनुसार कर सकते हैं। हल्की सिंचाई में अच्छा उत्पादन इस विधि से प्राप्त किया जा सकता है।
लेकिन किसान को ध्यान देना होगा, बढ़िया वैरायटी का चयन करना होगा। मिट्टी की जांच करानी चाहिए और मिट्टी में जिन पोषक तत्वों की कमी है वह खाद डालनी चाहिए। तभी तो अच्छा उत्पादन प्राप्त करेंगे। वैज्ञानिकों का कहना है कि पारंपरिक तरीके से अगर किसान धान लगाते हैं तो 20 से 25 क्विंटल ही एक हेक्टेयर में उत्पादन मिल पाता है। लेकिन मेडागास्कर विधि से 35 से लेकर 50 क्विंटल तक उत्पादन किसान ले सकते हैं। यह विधि किसानों की आमदनी में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी कर सकती है। लेकिन किसानों को फसल के सभी आवश्यकताओं को पूरा करना होगा।
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