इस लेख में एक ऐसे पत्ते की खेती की जानकारी देने जा रहे हैं जिससे कम जमीन से किसान ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं जानवर फसल नहीं खाते तो सुरक्षा की चिंता भी नहीं रहेगी-
कम जमीन, ज्यादा मुनाफा
ऐसे कई किसान हैं जिनके पास कम जमीन है लेकिन उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है, हम समय-समय पर ऐसी फसलों की जानकारी लेकर आते हैं, जिससे किसान कम जमीन से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। जिसमें आपको बता दें कि बाराबंकी जिले के किसान रामआधार कई सालों से एक ऐसी फसल उगा रहे हैं, जिससे एक बीघा में 80 से 90000 रुपए का मुनाफा होता है, और इस फसल को कोई जंगली जानवर नहीं खाता है, इसमें ज्यादा खर्च भी नहीं आता है, तो चलिए आपको बताते हैं कि यह कौन सी अनोखी फसल है।

फसल के बारें में जानें
दरअसल, यहां हम अरबी की खेती के बारे में बात कर रहे हैं, किसान रामआधार एक बीघा में अरबी उगाते हैं, वे बताते हैं कि उन्हें इसमें दूसरी फसलों के मुकाबले ज़्यादा मुनाफ़ा होता है, किसानों को अरबी का अच्छा दाम मिलता है. दूसरा फ़ायदा यह है कि इसे जानवर नहीं खाते. और इसे ज़्यादा देखभाल की ज़रूरत नहीं होती. एक बार खेत जोतकर बोने के बाद 20 दिन में पौधा उग जाता है. बीच में खाद डाली जाती है. सिंचाई की ज़रूरत कम होती है. जिन किसानों के पास पानी की ज़्यादा सुविधा नहीं है, वे इस फसल को लगा सकते हैं।
लेकिन एक बात यह है कि इसमें 6 से 7 महीने लगते हैं, इसलिए इसे लंबे समय तक चलने वाली फसल माना जाता है. जिन किसानों के पास थोड़ी बहुत ज़मीन पड़ी है, वे वहां इस फसल को लगाकर छोड़ सकते हैं. आइए जानते हैं इसमें आने वाली लागत के बारे में.
इसमें आने वाली लागत के बारें में जानें
अरबी के पत्तों को आप बेच सकते हैं. इससे सब्जी, साग, और पकोड़े बनते है। इसके साथ ही किसान इसकी जड़ें भी खोदकर बेंचते हैं, जिसे लोग चाव से खाते है। अरबी की खेती में एक हेक्टेयर में लगभग 150 से 180 क्विंटल उत्पादन प्राप्त होता है, जिसके बारे में रामआधार बताते हैं कि अगर वह इसे एक बीघे में लगाते हैं तो 15 से 18000 रुपए का खर्च आता है और आमदनी 80 से 90000 रुपए होती है, लेकिन यह कोई परेशानी वाली फसल नहीं है, इसलिए किसान इसकी खेती बहुत सरलता से कम मेहनत में कर सकते हैं।