इस लेख में हम आपको एक ऐसे कृषि यंत्र के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो जल्द ही किसानों का सच्चा साथी बनने जा रहा है, इसे कुछ वैज्ञानिकों ने बनाया है-
खाद डालने का काम आसान बनाता है
उत्पादन बढ़ाने के लिए किसान खेत में खाद डालते हैं, लेकिन इसमें पैसे भी खर्च होते हैं जैसे खाद खरीदना और खेत में डालने के लिए मजदूर लगाना या खुद मेहनत करना, लेकिन अब किसानों को खाद डालने के लिए खेत में नहीं जाना पड़ेगा और पूरे खेत में खाद नहीं डालना पड़ेगा क्योंकि, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के वैज्ञानिकों ने एक स्वचालित मशीन बनाई है जिसके जरिए खेत में खाद डाली जाती है, आइए जानते हैं इसकी खासियत।

जरूरत के हिसाब से खेत में डाली जाएगी खाद
खाद की लागत कम करने वाली यह मशीन खेत में घूम-घूम कर खाद डालेगी, जिस पौधे को जरूरत होगी उसे खाद दी जाएगी, जिससे खाद की लागत भी कम होगी, उत्पादन भी ज्यादा होगा, इस मशीन में सेंसर लगा है, यह जांच कर उसी हिसाब से खाद देता है, यह ऑटोमेटिक मशीन है, इसे रिमोट से चलाया जा सकता है, जैसे खेत में कीटनाशक का छिड़काव के लिए कृषि ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में खाद छिड़कने के लिए ऑटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा, इससे यूरिआ खाद खेत में डाल सकते है। यह छोटी मशीन है, जिससे फसल को नुकसान नहीं होगा।
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जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगी
ऑटोमेटिक खाद छिड़कने की मशीन अभी बाजार में उपलब्ध नहीं है, लेकिन 1 साल में यह बाजार में उपलब्ध हो सकती है। ऐसा इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक का कहना है। वह बताते हैं कि इससे किसान की मेहनत और लागत कम होगी। इस मशीन का निर्माण किसान की मदद और खेती की लागत कम करने के लिए किया गया है।
इस तरह खेती की जुताई, बीज की बुवाई, सिंचाई, खाद, और कीटनाशक डालने वाली मशीनों (Agricultural Machinery) से खेती आसान हो रही है।
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