इस लेख में आपको सिंदूर की खेती के बारे में जानकारी दी गई है, ताकि किसान जान सकें कि एक एकड़ में सिंदूर की खेती करने पर उन्हें कितना मुनाफा होगा।
सिंदूर की खेती
सिंदूर की खेती भारत में की जाती है। सिंदूर के पौधे को Vermillion, कुमकुम ट्री (Kumkum Tree) या कैमेलिया ट्री (Camellia Tree) भी कहते हैं। इसके अलावा इसके और भी नाम हैं। सिंदूर के पौधे से प्राकृतिक रंग प्राप्त होता है। इसमें किसी तरह का केमिकल नहीं होता। सिंदूर के फल गुच्छों में आते हैं। भारत में महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश के लोग सिंदूर का व्यवसायिक तौर पर पौधा लगाते हैं।
इसके अलावा देश के दूसरे लोग भी सिंदूर की खेती करते हैं। कुछ लोग अपने घर की खूबसूरती बढ़ाने के लिए सिंदूर का पौधा लगाते हैं। सिंदूर के फल को तोड़ने पर उसमें से रंग निकलता है। सिंदूर की खेती गर्म जलवायु में की जा सकती है। आइए जानते हैं इससे होने वाली कमाई के बारे में।
सिंदूर की डिमांड
सिंदूर का इस्तेमाल प्राकृतिक रंग के तौर पर किया जाता है जिससे त्वचा को कोई नुकसान नहीं होता। सिंदूर की मांग खाने-पीने की चीजों में भी है। इसके अलावा कॉस्मेटिक और दवा बनाने वाली कंपनियां भी इसका इस्तेमाल करती हैं। इसके बीजों से निकलने वाले रंग को एनाट्टो कहते हैं, जिसकी मांग देश के साथ-साथ विदेशों में भी है। इस रंग की मांग पूरी दुनिया में है, जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलती है। समय के साथ-साथ किसानों को सिंदूर की खेती में मुनाफा हो रहा है।

सिंदूर की खेती में कमाई
इसकी मांग को देखते हुए सिंदूर लगाने में कमाई बहुत अच्छी है। अगर एक एकड़ में सिंदूर की खेती की जाए तो 400 से 500 पौधे लगाए जा सकते हैं और एक बार लगाने पर 15 से करीब 20 साल तक कमाई हो सकती है, जिसमें एक पेड़ से हर साल ₹900 तक की कमाई होती है और अगर 500 पेड़ लगाए जाएं तो 4 लाख तक की कमाई होती है। अगर किसानों के पास सुविधाएं हों तो लागत भी कम हो जाती है।
सिंदूर की खेती में लागत
कमाई के बारे में पता चल गया है। अब अगर सिंदूर की खेती में आने वाले खर्च की बात करें तो जानकारों का कहना है कि सिंदूर का एक पौधा उगाने में 30 से 50 रुपए का खर्च आता है। किसानों के लिए सिंदूर की खेती में खर्च भी कम आएगा क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा पानी, खाद आदि की जरूरत नहीं होती है। इसमें कीट भी कम लगते हैं इसलिए इन सब चीजों पर ज्यादा पैसे खर्च नहीं होते हैं।
एक पेड़ से साल में 2 से 3 किलो बीज निकलते हैं और इनकी कीमत ₹300 से ₹500 प्रति किलो होती है। इस हिसाब से सिंदूर की खेती में किसान लागत से ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। किसानों को बस जलवायु, मिट्टी आदि का ध्यान रखना होता है। अगर आपके क्षेत्र की मिट्टी बलुई है और जल निकासी की अच्छी व्यवस्था है तो आप इसकी खेती कर सकते हैं।