अगर आप चाहते हैं कि नींबू के पौधे के फल गिरना बंद हो जाए, फलों की संख्या ज्यादा हो और फलों का आकार बड़ा हो तो चलिए जानते हैं कौन सी खाद देनी है जो की सस्ती है, और आसानी से उपलब्ध है-
नींबू के पौधे में फल गिरने की समस्या
नींबू गर्मियों में बहुत ज्यादा डिमांड में रहता है, कीमत भी अधिक रहती है। ऐसे में अगर आप घर पर नींबू का पौधा लगाना चाहते हैं, तो सही सोच रहे हैं। गमले में भी लगा सकते हैं, जमीन पर भी। कुछ लोगों ने लगाया भी हुआ है, तो अगर आपने लगाया है और नींबू के फल गिरने की समस्या आ रही है तो आपको बता दे की फल गिरने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे की पोषक तत्व की कमी, मौसम में बदलाव। ज्यादा या कम पानी देने की वजह से भी फल गिरते हैं तो चलिए जानते हैं पौधे को पोषक तत्व देने के लिए कौन सी खाद डालें।

नींबू की मिट्टी में डालें ये खाद
यहां पर नींबू के पेड़ को पोषक तत्व देने के लिए हम खाद बताने जा रहे हैं जिसमें मात्रा गमले में लगे पौधे के अनुसार बताई जा रही है, जो कि करीब एक या दो साल का पौधा है, तो अगर आपका नींबू का पेड़ पुराना है तो आप मात्रा बढ़ा भी सकते हैं।
- सबसे पहले आपको मिट्टी की निराई-गुड़ाई करनी है। नींबू के पेड़ के अच्छे विकास के लिए सप्ताह में या 15 दिन में गुड़ाई आप करते रहे।
- गुड़ाई करने के बाद, मिट्टी के ऊपर की करीब 3 इंच की मिट्टी को निकाल लेना है।
- इसके बाद मिट्टी में करीब 4 से 5 मुट्ठी गोबर की खाद डालिए। आप वर्मी कंपोस्ट खाद भी ले सकते हैं, ध्यान रखें गोबर की खाद 2 साल पुरानी होनी चाहिए।
- इसके बाद करीब दो मुट्ठी राख डालिए, लकड़ी-कंडा की राख का इस्तेमाल करना है।
- फिर दो चम्मच के करीब एप्सम सॉल्ट चारों तरफ छिड़क देंगे।
- इसके बाद आपको करीब 24 घंटे पानी में रखा हुआ नीम की खली का मिश्रण डालना है। जिसे एक लीटर पानी में आपको एक मुट्ठी डालना है, और फिर 1 लीटर और पानी मिलाकर मिट्टी में डालना है। सरसों की खली गर्म खाद होती है इसलिए एक या दो दिन आप उसे पानी में भिगोकर रखें फिर डालें।
- इस तरह यहां पर आपको चार खाद बताई गई जिसे डालने से नींबू के फल नहीं गिरते हैं, नींबू के फलों का आकार बड़ा होता है।
यह सभी जैविक खाद है। इनसे पौधे को पोषण मिलेगा और राख, नीमखली कीटों को भी खत्म करेंगे।