पानी की समस्या किसानों को नहीं आएगी, कम पानी में भी बंपर पैदावार मिलेगी। चलिए आपको बताते हैं टपक फवारा ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई यंत्र पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में-
कम पानी में बढ़िया होगी फसल
गर्मी में फसलों को अधिक सिंचाई की जरूरत पड़ती है। अन्य मौसम के मुकाबले इस मौसम में अधिक बार खेतों में पानी लगाना पड़ता है। ऐसे में किसानों के सामने अच्छी फसल लेने के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी हो जाती है। लेकिन अब किसानों को चिंता नहीं करना है। किसान गिरते जलस्तर पर नियंत्रण पा सकते हैं। कम पानी में खेती कर सकते हैं। जिससे आने वाले लंबे समय तक पानी की समस्या नहीं आएगी।
हर सीजन में किसान अगर इस विधि से खेती करेंगे तो लगभग 50 से लेकर 70% तक बचेगा। जिससे गर्मी में भी अच्छी फसल मिलेगी। फसलों के जड़ तक बूंद-बूंद पानी जाएगा। पूरे खेत में पानी बहाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और जल संरक्षण भी होगा।
माइक्रो इरिगेशन योजना
माइक्रो इरिगेशन योजना मतलब की सूक्ष्म सिंचाई योजना, यह उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की योजना है। इस योजना के तहत किसानों को सिंचाई के लिए कृषि यंत्र दिए जाते हैं। जिससे कम पानी में खेती की जा सकती है। माइक्रो इरिगेशन योजना के अंतर्गत ‘पर ड्रॉप मोर क्रॉप’ के साथ-साथ टपक फवारा ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई यंत्र पर अनुदान मिल रहा है। यह कृषि यंत्र किसान अपने खेतों में लगाकर सही तरीके से खेती कर सकते हैं। इससे खरपतवार भी कम उगेगी।
फसल की आवश्यकता के अनुसार पानी मिलेगा। इन यंत्रों पर योजना के तहत 40 से लेकर 90% तक सब्सिडी दी जाती है। जिससे किसान कम खर्चे में यह यंत्र लगाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

आवेदन कहां करना है
किसान अगर पानी की बचत करना चाहते हैं, आवश्यकता के अनुसार पानी का इस्तेमाल करना चाहते हैं, कम पानी में खेती करना चाहते हैं, तो उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की इस माइक्रो इरिगेशन योजना का लाभ ले सकते हैं। जिसके लिए आवेदन करना होगा। आवेदन करने के लिए किसान के पास आधार कार्ड रजिस्टर्ड, मोबाइल नंबर, बैंक पासबुक, खतौनी, पैन कार्ड आदि दस्तावेज होने चाहिए। आवेदन करने के लिए किसान कृषि विभाग उत्तर प्रदेश की वेबसाइट https://agriculture.up.gov.in/ में जा सकते हैं। इसके अलावा कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।