बायोएंजाइम कमाल का फर्टिलाइजर है। इसे घर पर बनाया जा सकता है। बाजार में बिकने वाला महंगा बायो एंजाइम खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी-
बायो एंजाइम के फायदे
बायो एंजाइम खाद घर पर बनाकर पौधों को दे सकते हैं। बाजार में पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। इसीलिए आज यहां पर घर पर जैवएंजाइम बनाने का तरीका जानेंगे। लेकिन उससे पहले आपको बता दे की जैवएंजाइम बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। यह पौधों के विकास में मदद करता है, कीटों को नियंत्रित करता है, मिट्टी को उपजाऊ बनाता है, प्रदूषण नहीं होने देता है। चलिए सबसे पहले जानते हैं बायोएंजाइम कैसे बनाएं उसके बाद जानेंगे इसका इस्तेमाल कैसे करना है।
बायो एंजाइम कैसे बनाएं
- बायो एंजाइम खाद बनाने के लिए आपको चार चीजों की जरूरत पड़ेगी। एक प्लास्टिक की बोतल, दूसरा पानी और रसोई से निकलने वाले सब्जी फल के छिलके के साथ में गुड़।
- जिसमें सबसे पहले आपको करीब 2 लीटर की एक प्लास्टिक की बोतल लेनी है, और उसमें सब्जी फल के छिलके डाले।
- एक बोतल में आप एक चौथाई हिस्सा ही किचन वेस्ट यानी की सब्जी फल के छिलके डालें।
- इसके बाद इसमें लगभग 100 ग्राम गुड़ डाल दीजिए।
- फिर बोतल में पानी भरना है और ऊपर का थोड़ा हिस्सा खाली छोड़ना है।
- फिर अच्छे से मिलाकर 60 से 90 दिन के लिए किसी छाँव वाली जगह पर इस बोतल को रख लीजिए।
- बायो एंजाइम अपने आप तैयार हो जाएगा। यह पोषक तत्वों से भरपूर है चलिए इसके इस्तेमाल के बारे में जानते हैं।

इस्तेमाल कैसे करें
जैवएंजाइम पौधों के लिए जैविक उर्वरक है। इसका इस्तेमाल बहुत ही सरल है। एक पौधे में आपको दो से तीन ढक्कन ही बायो एंजाइम का इस्तेमाल करना है, पौधे के आकार के अनुसार। जिसमें पहले आपको इस लिक्विड खाद को डाल लेना है। इसे आप दो से तीन सप्ताह के बाद इस्तेमाल कर सकते हैं। जब इसमें काली फफूंद दिखने लगे, जमने लगे तो इसे फेंक देना चाहिए। इसका इस्तेमाल फिर नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह फिर खराब हो जाता है, तो इस चीज का भी ध्यान रखना चाहिए।