खेती से अधिक कमाई करना चाहते हैं तो चलिए एक मसाले की खेती की जानकारी देते हैं जिससे किसानों को बंपर मुनाफा हो सकता है-
काला सोना के नाम से मशहूर है ये मसाला
खेती से भी लाखों-करोड़ों रुपए कमाए जा सकते हैं। बस सही फसल का चुनाव करना होगा। कई ऐसे किसान है जो आज भी पारंपरिक फसलों की खेती करते हैं, जिनसे उन्हें केवल जीवन-यापन के लिए ही कमाई हो पाती है। लेकिन कुछ किसान खेती के तरीकों को तथा फसलों को बदलकर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। जैसे कि काला सोना के नाम से मशहूर ये मसाला किसानों को मालामाल कर रहा है।
दरअसल, काली मिर्च की खेती की बात कर रहे हैं। जिसका इस्तेमाल घरेलू नुस्खे, औषधि और सब्जी में मसाले के रूप में भी किया जाता है। काली मिर्च को विदेश में काला सोना / ब्लैक गोल्ड के नाम से भी यह जाना जाता है। काली मिर्च की खेती भारत में अधिकतर केरल में होती है। लेकिन अब छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी काली मिर्च की खेती की जाती है। आपको बता दें केरल के अलावा मैसूर, महाराष्ट्र, असम के पहाड़ी इलाकों में भी काली मिर्च की खेती होती है।
काली मिर्च की खेती में कमाई
काली मिर्च की खेती में अच्छी खासी कमाई की जा सकती है। एक एकड़ से 40 लाख रुपए तक कमा सकते हैं। पारंपरिक फसलों की तुलना में इसमें किसानों की आमदनी अधिक होती है। एक एकड़ में काली मिर्च की खेती कर रहे हैं तो 675 काली मिर्च के पौधे लग जाएंगे। जिनसे अच्छी खासी कमाई होगी। आपको बता दे की काली मिर्च लंबे समय की खेती होती है। एक बार लगा लेंगे तो 25 से 30 साल तक कमाई होगी।
काली मिर्च के 1 झाड़ से ही किसान 10000 तक कमा सकते हैं। जी हां क्योंकि काली मिर्च ₹400 से लेकर के ₹900 तक किलो में बिक जाती है। उसकी गुणवत्ता पर उसकी कीमत निर्भर करती है। इस तरह 400 काली मिर्च की झाड़ भी खेत में सही तरीके से लग जाती हैं और अच्छे फल देती हैं तो 40 लाख रुपए इसी से कमाया जा सकता है। काली मिर्च की डिमांड साल भर नहीं रहती है। उसे लंबे समय तक स्टोर भी कर सकते हैं। चलिए इसकी खेती के बारे में जानते हैं।

काली मिर्च की खेती
काली मिर्च की खेती के लिए 24 से 30 डिग्री के बीच का तापमान सही होता है। जिन के क्षेत्र में तापमान अधिक होता है उसके लिए किसान तापमान कम करने के लिए खेतों के आसपास पेड़ या अन्य जुगाड़ भी कर रहे हैं और उन्हें उससे अच्छा रिजल्ट मिल रहा है जैसे कि छत्तीसगढ़ में कुछ किसान काली मिर्च की खेती के लिए लंबे-लंबे पेड़ लगा रहे हैं।
काली मिर्च की खेती के समय की बात करें तो बरसात में जून से अक्टूबर के बीच काली मिर्च की खेती करते हैं। मुख्य तौर पर सितंबर में काली मिर्च की खेती की जाती है। काली मिर्च की खेती के लिए लेटराइट मिट्टी या लाल मिट्टी में बढ़िया मानी जाती है। काली मिर्च के पौधे जब 5 से 6 इंच हो जाते हैं तो उन्हें 2 फीट की दूरी में रोपा जाता है।
खेत में नमी बनाए रखी जाती है। ठंडी में पौधों को तीन-चार दिन में पानी दे दिया जाता है। लेकिन गर्मी में प्रतिदिन पानी की आवश्यकता इन्हें पड़ती है। काली मिर्च की खेती पेड़ों में फैलने के लिए बांस या छोटे मचान का इस्तेमाल कर लेते हैं। काली मिर्च की खेती के लिए गर्म और आद्र जलवायु बेहतर मानी जाती है।