बागवानी करने वाले लोग कोकोपीट का इस्तेमाल बहुतायत रूप से करते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं कोकोपीट घर पर कैसे बनाएं-
कोकोपीट के फायदे
कोकोपीट का इस्तेमाल मिट्टी में मिलाकर पौधे लगाने के लिए किया जाता है। कुछ लोग सीधा कोकोपीट में भी पौधा लगा लेते हैं। जो लोग जैविक बागवानी करते हैं उन लोगों के लिए यह कोकोपीट प्राकृतिक माध्यम है बागवानी करने का। इसका इस्तेमाल करने से मिट्टी हल्की हो जाती है। कोकोपीट साल भर आसानी से चलता है। नाइट्रोजन, फास्फोरस, जिंक और मैग्नीशियम जैसे इसमें मिनरल्स पाए जाते हैं, जो कि पौधे के लिए बहुत ही ज्यादा बढ़िया होता है।
कोकोपीट में किसी तरह के बैक्टीरिया नहीं लगता है। जिससे पौधों को या मिट्टी को किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ता है। कोकोपीट की एक खासियत यह भी है कि कोकोपीट लंबे समय तक पानी को सोखकर रखता है। गर्मी में जो पौधे लगा रहे हैं उसके लिए मिट्टी तैयार करते समय कोकोपीट जरूर मिलाएं।

घर में कोकोपीट कैसे बनाएं
कोकोपीट बाजार से पैसे देकर खरीदने की आवश्यकता नहीं है, अगर आप कम खर्चे में बागवानी करना चाहते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं घर पर कोकोपीट बनाने का सरल तरीका-
- कोकोपीट बनाने के लिए पके हुए नारियल के छिलकों को इकट्ठा करना है और उन्हें धूप में लगभग 4 दिन के लिए सुखाना है।
- इसके बाद इन्हें छोटे टुकड़ों में काटना है। अगर कोई टुकड़ा बहुत ज्यादा कठोर है तो उसे अलग कर दें।
- इसके बाद मिक्सर में इन्हें पीस लीजिये। मिक्सर में पीसने के बाद यह कोकोपीट का रूप ले लेगा।
- इसके बाद 10-12 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें और फिर निचोड़ कर पानी से अलग कर रख दे।
- फिर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे लंबे समय तक स्टोर भी कर सकते हैं।
- वह लोग जो कम देखरेख में पौधे लगाते हैं उनके लिए कोकोपीट बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
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